चेन्नर्ई। बीसीसीआई ने 18 नवंबर को कार्यकारी समिति की आपात बैठक बुलाई है जिसमें बोर्ड के अध्यक्ष पद के चुनाव के साथ साथ वार्षिक आम बैठक को लेकर निर्णय लिया जाएगा। सुप्रीमकोर्ट ने शुक्रवार को आईपीएल छह मामले की जांच कर रही सेवानिवृत न्यायाधीश मुकुल मुदगल की समिति की जांच के घेरे में आए नामों का खुलासा किया था। इसमें बीसीसीआई की गतिविधियों से अलग किए गए एन श्रीनिवासन और उनके दामाद गरूनाथ मेयप्पन के नाम प्रमुखरूप से शामिल है।
इस दौरान अदालत ने बोर्ड की 20 नवंबर को होने वाली एजीएम को चार सप्ताह के लिए टाल दिया था। ऎसे में बीसीसीआई ने 18 नवंबर को चेन्नई में आपातकार्यकारी समिति बुलाई है जिसमें इस बात को लेकर मुख्यरूप से निर्णय लिया जाएगा कि केवल बोर्ड के चुनावों को टाला जाए या साथ ही वार्षिक बैठक को भी टाला जाए। दरअसल श्रीनिवासन का नाम इस रिपोर्ट में सामने आने से आईसीसी अध्यक्ष के लिए दोबारा से बीसीसीआई की सत्ता में काबिज होना लगभग नामुमकिन लग रहा है।
खुद सुप्रीमकोर्ट ने भी इस बात पर जोर दिया है कि जब तक आईपीएल मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती है श्रीनिवासन दोबारा से अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए खड़े नहीं हो सकते हैं।
सुप्रीमकोर्ट के शुक्रवार को मामले पर किए गए खुलासे के बाद से ही बीसीसीआई के सदस्यों में वार्षिक बैठक को लेकर दुविधा बनी हुई है।
अदालत ने जैसे ही निर्णय सुनाया कि श्रीनिवासन फिलहाल 20 नवंबर को होने वाली बोर्ड की बैठक में दोबारा चुनाव में नहीं खड़े हो सकते हैं बोर्ड के वकील सी आर्यमा सुंदरम ने अदालत से एजीएम को चार सप्ताह के लिए टालने का आग्रह कर दिया जिसे स्वीकार कर लिया गया।
हालाकि बोर्ड की आपात बैठक में मुख्यरूप से अध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव, कोषाध्यक्ष और पांच उपाध्यक्षों के चुनाव का मुद्दा अहम होगा जिनके चुनाव पहले ही काफी समय के लिए टाल दिया गया है।
इससे पहले एजीएम तय नियम के अनुसार 30 सितंबर को होनी थी लेकिन आईपीएल जांच के कारण इसे टाल दिया गया था। इसके बाद 26 सितंबर को बोर्ड की कार्यकारी समिति में 20 नवंबर को एजीएम कराने का निर्णय लिया गया। इस बैठक में श्रीनिवासन भी मौजूद थे।
बीसीसीआई के नियमानुसार आपात बैठक के लिए सदस्यों को कम से कम 72 घंटे पहले नोटिस जारी करना जरूरी होता है। लेकिन 18 नवंबर को होने वाली बैठक के लिए कार्यकारी बोर्ड के सदस्यों को नोटिस के बजाय मौखिक रूप से जानकारी दी गई है।
सूत्रों की मानें तो बोर्ड के एजीएम को टालने पर सदस्यों ने कड़ी नाराजगी जताई है जिसमें तीन एसोसिएट सदस्यों ने पत्र लिखकर बीसीसीआई के सचिव सचिव संजय पटेल को एजीएम को टालने और चुनाव लटकाने पर नाराजगी जताई है। ऎसे में आपात बैठक में बोर्ड के चुनावों को लेकर अहम फैसला आ सक ता है।