लखनऊ। आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने कहा कि वह और उनकी पत्नी नूतन अब कभी भी अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री रहते उनके किसी आदमी के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं करायेंगे। ये बात उन्होंने रविवार को गांधी प्रतिमा पर धरने देने के दौरान कही।
फोन पर धमकी देने के मामले में शनिवार को सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को मिली क्लीन चिट के विरोध में आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर अपनी पत्नी और सर्मथकों के साथ गांधी प्रतिमा पर रविवार को धरना दिया।
उन्होंने कहा कि लखनऊ पुलिस ने यह कार्य मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सीधे दबाव में किया है। विवेचक का काम वादी का चरित्र-चित्रण करना नहीं बल्कि उसके द्वारा लगाए गए आरोपों की जाँच करना था लेकिन उन्होंने जाँच करने की जगह केवल उन्हें आरोपित किया।
उन्होंने मंत्री गायत्री प्रजापति को गोमतीनगर पुलिस द्वारा आनन-फानन में नूतन ठाकुर की एफआईआर में तीन दिन में अंतिम रिपोर्ट लगाने और उलटे नूतन को ही झूठी रिपोर्ट लिखवाने का आरोपी बताने की भी निंदा की।
उन्होंने कहा कि अपनी पत्नी के साथ उन्होंने यह प्रण लिया कि चाहे उन्हें मार डाला जाए पर वे अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री रहते उनके किसी आदमी के खिलाफ कभी एफआईआर दर्ज नहीं करायेंगे, क्योंकि अंत में वह एफआईआर घूम कर उनके ही ऊपर आएगी।