इस्लामाबाद। ईरान ने कहा कि अगर अनुरोध किया जाता है तो वह कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता के लिए तैयार है क्योंकि दोनों राष्ट्रों के बीच किसी भी टकराव का क्षेत्र के दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ेगा।
पाकिस्तान में ईरानी राजदूत मेहदी होनरदुस्त ने कहा कि दोनों देशों पाकिस्तान और भारत के बीच कोई टकराव या तनाव न सिर्फ दोनों देशों के विकास और प्रगति को बाधित करेगा बल्कि इसका दूसरे क्षेत्रीय राष्ट्रों की अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ेगा।
अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने एक साक्षात्कार में होनरदुस्त के हवाले से कहा कि अगर अनुरोध किया जाता है तो तेहरान भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चले आ रहे कश्मीर मामले पर मध्यस्थता को तैयार है। अखबार ने कहा कि इरान ने क्षेत्र में शांति हासिल करने के लिए भी सहायता की पेशकश की।