सिरोही। वसुंधरा राजे के राज में भी सिरोही नगर परिषद् में अनियमितता का राज ख़तम नहीं होने की व्यथा सिरोही भाजपा आईटी सेल के जिलाध्यक्ष रोहित खत्री ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को ज्ञापन भेज कर बताई।…
खत्री ने ज्ञापन में बताया की 10 अक्टूबर को सिरोही नगर परिषद् की साधारण बैठक में पुलिस अधीक्षक के आदेश पर शहर में सीसी टीवी कैमरा लगाने का प्रस्ताव आया। इसके बाद नियमों की अवहेलना करते हुए नगर परिषद् प्रशासन ने अनियमितता बरतते हुए इसका टेंडर निकल कर वर्क आर्डर तक दे दिया।
इसमें बताया कि इस टेंडर में राजस्थान पब्लिक प्रोक्योरमेंट रूल 2012 तथा जनरल फिनेन्स रूल फॉर स्टोर परचेस का उल्लंघन हुआ है। ये टेंडर लाखो रूपये का है। इसकी राशि के अनुसार इसे खोलने की न्यूनतम अवधि 21 दिन से 30 दिन होनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं किया।
उक्त नियमानुसार इस टेंडर को स्थानीय उपखंड अधिकारी कार्यालयों समेत अन्य कार्यालयों के नोटिस बोर्ड में लगाने, 50 हजार की वितरण संख्या वाले राज्य स्तरीय समाचार पत्र में प्रकाशित करने, ई प्रोक्योरमेंट के लिए ऑनलाइन किया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा भी नहीं किया गया।
इस टेंडर में बरती गयी अन्य कथित अनियमितताओं की और ध्यानाकर्षित करते हुए इस मामले की जांच करवाने और दोषी जनप्रतिनिधि, अधिकारी व कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। इसकी प्रतिलिपि जिला कलेक्टर, सिरोही ए सी बी के ए एस पी,डी एल बी निदेशक आदि को भी भेजी गयी है।
निर्वाचन टीम पहुंची नगर परिषद्
खत्री ने जिला निर्वाचन अधिकारी से इस बात की भी शिकायत की थी की नगर परिषद् सिरोही में 1 सितम्बर से 30 अक्टूबर तक के बीच आउटवर्ड रजिस्टर और कैश बुक के कई स्थान खाली छोड़े हुए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि इन खाली जगह को बेक डेट में चेक पट्टे वर्क आर्डर और टेंडर निकलने के लिए छोड़ा गया है ताकि इसका इस्तेमाल करके नगर परिषद् चुनावों में राजनीतिक लाभ लिया जा सके। इस पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने एक दल भेजकर नगर परिषद् के दस्तावेजों की वीडियोग्राफी करवाई।