काबुल। अफगानिस्तान में सक्रिय इस्लामिक स्टेट (आइएस) के आतंकवादियों ने घोर प्रांत में 30 लोगों का अपहरण करके उनकी हत्या कर दी है। मारे गए लोगों में ज्यादातर चरवाहे और उनके बच्चे हैं। माना जा रहा है कि आतंकियों ने यह कार्रवाई मंगलवार को अपने कमांडर के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के जवाब में की है।
प्रांत की राजधानी फीरोज कोह में हुई इस घटना में मारे गए लोगों के शव बुधवार सुबह पाए गए। घटना ऐसे समय में हुई जब अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान पर आक्रमण के 15 साल बाद तालिबान एक बार फिर से मजबूत होने की कोशिश कर रहा है। इतना ही नहीं आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) भी इस अशांत देश में जगह बनाने की कोशिश कर रहा है।
उसे मुख्य रूप से तालिबान के असंतुष्टों का सहयोग मिल रहा है। साथ ही उसे तालिबान का विरोध भी झेलना पड़ना पड़ रहा है। मार्च में राष्ट्रपति अशरफ गनी ने घोषणा की थी कि अफगानिस्तान में आइएस को खत्म कर दिया गया है। उन्होंने यह घोषणा महीने भर चली सुरक्षा बलों कार्रवाई के बाद की थी। इसके बावजूद देश में आइएस की गतिविधियां जारी हैं।
जुलाई में काबुल में शिया हजारा लोगों के प्रदर्शन के दौरान दो विस्फोटों की जिम्मेदारी आइएस ने ली थी। इन विस्फोटों में 80 लोग मारे गए थे। यह अफगानिस्तान की राजधानी में सन 2001 के बाद हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला था।