संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने जलवायु परिवर्तन से मुकाबले पर पीछे नहीं हटने पर जोर देते हुए दुनिया के नेताओं से अपील की है कि वे पेरिस में हुए ऐतिहासिक समझौते का समर्थन और पालन करें ।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के तौर पर कल अपने आखिरी संवाददाता सम्मेलन में बान की मून ने कहा, ‘‘जलवायु परिवर्तन से जुड़ी कार्रवाई का मतलब है नौकरियां, वृद्धि, स्वच्छ हवा और बेहतर स्वास्थ्य । दुनिया भर के नेता और हर तबके के नेता इसे समझते हैं – फॉच्र्यून 500 में शामिल कंपनियों के सीईओ से लेकर गवर्नर और मेयर तक, सभी इसे समझते हैं।’’ बान की मून ने जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते के पीछे के वैश्विक बल के प्रति अपना निरंतर समर्थन जाहिर किया।
उन्होंने कहा, ‘जलवायु परिवर्तन पर हुआ पेरिस समझौता एक बहुमूल्य उपलब्धि है जिसका हमें निश्चित तौर पर समर्थन और पालन करना चाहिए । इस पर पीछे नहीं हटना है ।’
महासचिव ने कहा, ‘‘कभी-कभी यह मुश्किल हो सकता है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय सहयोग ही एक ज्यादा शांतिपूर्ण एवं समृद्ध दुनिया का रास्ता हो सकता है ।’’
उन्होंने कहा कि वह दुनिया के नेताओं से यह अपील करने में कोई कोताही नहीं बरतेंगे कि वे 21वीं सदी के इस अहम समझौते को मान्यता दें और अमल में लाएं ।
पिछले साल दिसंबर में पेरिस में हुए जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन के दौरान 190 से ज्यादा देशों ने ग्लोबल वॉर्मिंग से निपटने के लिए कुछ महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किए थे ।
बान की मून आगामी 31 दिसंबर को संयुक्त राष्ट्र महासचिव के तौर पर 10 साल का अपना कार्यकाल पूरा करेंगे । पिछले दिनों महासचिव पद की शपथ लेने वाले पुर्तगाली नेता अंटोनियो गुटेरेस उनकी जगह लेंगे ।