राजकोट/अहमदाबाद। गुजरात एटीएस ने राजकोट और भावनगर से आईएसआईएस के दो आतंकवादियों वसीम रामोडिया और नसीम रामोडिया को धर दबोचा है, ये दोनों भाई हैं।
उनके क्रिकेट अम्पायर पिता आरिफ भाई रामोडिया ने बताया कि सुबह में घर पर आई एटीएस की टीम ने मेरे दोनों बेटों की धर-पकड़ की है। 25 से ज्यादा की संख्या में पुलिस के आला अफसर मेरे घर पर आए थे।
उन्होंने अपने दोनों बेटों के खिलाफ की गई कार्रवाई से अनभिज्ञता व्यक्त की और कहा कि मेरे बड़े बेटे ने एमबीए किया है और छोटे बेटे ने बीसीए किया है। पुलिस ने दोनों के पास से हथियार भी जब्त किया है और घर से उनके कंप्यूटर के सीपीयू को भी जब्त कर पुलिस अपने साथ ले गई है।
बताया जाता है कि दोनों के पिता संभ्रांत परिवार से हैं। पिता आरिफ भाई गुजरात के सौराष्ट्र में जिला स्तर के सभी क्रिकेट मैचों में अम्पायरिंग करते रहे हैं। सौराष्ट्र युनिवर्सिटी के एक डिपार्टमेंट में कार्यरत थे और गत वर्ष ही वे वहां से सेवानिवृत्त हुए हैं।
गुजरात एटीएस ने आईएस के दो संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा
शनिवार को राजकोट से छह शार्प शूटर को पुलिस द्वारा पकड़ने के दूसरे दिन गुजरात ऐटीएस ने आईएसआईएस के दो आतंकियो को धर दबोचा। बतादें कि कुछ दिन पहले राजकोट में एक टाइमर बम पकड़े जाने के बाद से पुलिस उसकी तहकीकात में लगी थी। तभी गुजरात एटीएस को एक बड़ी सफलता मिली।
पकडे गए दोनों आतंकी गुजरात में बम ब्लास्ट करने की साजिश कर रहे थे। यह भी पता चला है कि पकड़े गए वासिम रामोड़िया और नइम रामोड़िया दोनों भाई हैं। जबकि एटीएस दोनों आतंकी को लेकर राजकोट से अहमदाबाद के लिए रवाना हो चुकी है। उनके पिता सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी के एक डिपार्टमेंट में पूर्व कर्मचारी रह चुके हैं।
पिछले 15 दिनों में राजकोट में यह तीसरी बड़ी घटना है। वसीम रामोड़िया और नइम रामोड़िया नाम के दोनों शख्स आईएसआईएस के लिए कार्य करते हैं। एटीएस की टीम ने उनके पास से बम बनाने की सामग्री भी बरामद की है। जिसमें लेपटोप, दो मोबाइल, 90 ग्राम गन पाउडर, नौ वोल्टकी बेटरी, सहित अनेक सामग्री मिली है।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार दोनों आतंकी एक या दो दिन मे बम ब्लास्ट करने की सोच रहे थे। दोनों आतंकियों को पकड़ने में एटीएस के डिप्टी एसपी बलवंत सिंह की भूमिका अहम रही। दोनों आतंकियों को क्रमश: राजकोट और भावनगर से पकड़ा गया।