लंदन। आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने बुधवार को लंदन में हुए हमले की जिम्मेवारी ली है जिसमें आतंकवादी के मारे जाने से पहले एक पुलिस कर्मी और तीन राहगीरों की मौत हो गई थी। जिहादियों से जुड़ी प्रचार एजेंसी अमाक ने गुरुवार को एक बयान जारी कर यह जानकारी दी।
उधर सुरक्षा सूत्रों ने भी कहा कि ब्रिटिश संसद के सामने कल हुए हमले का अपराधी आईएस का एक सिपाही था और मित्र देशों को चेतावनी देने के लिए हमले को अंजाम दिया गया।
उल्लेखनीय है कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने जब संसद में कहा कि हमलावर ब्रिटेन में पैदा हुआ था और खुफिया एजेंसिंयां उसे जानती थीं तो आईएस ने हमले की जिम्मेवारी ली। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को चुप करने के लिए हमला किया गया। मे ने कहा, “हम भयभीत नहीं हैं और आतंकवाद के सामने हमारी दृढ़ता कम नहीं होगी।
उधार सशस्त्र बलों ने छापेमारी के दौरान आठ लोगों को गिरफ्तार किया है जिनके हमले से संबंध हैं। हालांकि संसद की कार्यवाही पहले की तरह चली और हमले से निराश सांसदों ने सदन की कार्यवाही चलने में सहयोग किया, लेकिन केंद्रीय लंदन का हमेशा व्यस्त रहने वाला यह इलका सुनसान था।
हमले में घायल 29 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है जिनमें सात लोगों की हालत गंभीर है। उपचाराधीन घायलों में फ्रांस के 3 स्कूली बच्चे और 9 अन्य विदेशी पर्यटक शामिल हैं। इस हमले कुल 40 लोग घायल हुए थे।