सिंजर। खौफ का पर्याय बन चुके आतंकी संगठन आईएसआईएस की बर्बरता एक ओर वाकया सामने आया है। क्रूरता और इंसानियत की हदें लांघ देने वाले इस मामले में शिकार बनी महज 12 साल की एक लडकी।
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उत्तरी इराक के सिंजर शहर में इस संगठन ने पांच हजार से ज्यादा यजीदी महिलाओं और बच्चियों को बंधक बना लिया। इन्हें सेक्स गुलाम के रूप में बेचा गया। इसके बाद क्रूरता और प्रताडना की हदें पार हो गईं।
डेलीमेल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार आतंकियों ने 12 साल की लड़की से भी बिना कोई दया दिखाए कई बार रेप किया। इसी तरह 21 साल की यजीदी लड़की परला सिंजर ने अपनी आपबीती और खौफनाक दास्तान बयान की।
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उसने बताया कि सुरक्षित ठिकाने पर ले जाने के नाम पर आईएसआईएस के लोग सीरिया ले गए जिसमें कई लड़कियां शामिल थी। उसके बाद हमें पीटा जाता था। कई दिन तक खाना नहीं दिया जाता था। फिर हमें सेक्स गुलाम के तौर पर बेच दिया गया।
दस माह तक आईएसआईएस के आतंकियों के कब्जे में रहने वाली परला ने बताया कि मुझे सउदी अरब के एक बूढे आदमी के हाथों बेच दिया गया जिसने मुझपर अत्याचार किए। सउदी अरब के जिस मालिक ने मुझे खरीदा था वह मेरे साथ रोज रेप करता था। रेप के बाद कहता था कि तुम्हारे साथ सोकर तुम्हें मुसलमान बना रहा हूं। हमें खाने के लिए कम भोजन दिया जाता था और कहा जाता था कि गुलामों को पेटभर भोजन की आजादी नहीं है।
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इसके बाद मुझे एक तजाकिस्तान के आदमी ने खरीद लिया। दो माह बाद ही उसकी मौत हो गई और मेरा मालिक बदल गया। इस बार मुझे बेचा नहीं गया बल्कि तोहफे के रूप में दिया गया। मेरा मालिक हर बार रेप करने के बाद मेरे हाथ- पैर बांध देता था और मेरी पिटाई करता था। अत्याचार और जुल्म का यह सिलसिला चलता रहा और मैं घुट-घुटकर जीती रही।
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परला ने अपनी दर्दनाक दास्तान में यह भी कहा कि हमें कई लोगों के साथ एक लड़कियों के स्कूल में रखा गया और इस दौरान हमपर इस्लाम धर्म कबूल करने का दबाव भी बना गया। सऊदी में एक विवाहित मालिक ने मेरे साथ कई बार रेप किया। आईएसआईएस के कब्जे में मेरे परिवार के और भी लोग है लेकिन मुझे नहीं पता कि वो जिंदा है भी या नहीं।