नई दिल्ली। हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के दूसरे सेमीफाइनल के पहले चरण के मुकाबले में केरला ब्लास्टर्स के हाथों एक गोल की हार के बाद अब दिल्ली डायनामोज टीम केरल को अपने घर में आजमाने के लिए तैयार है।
दिल्ली और केरल के बीच आईएसएल के तीसरे सीजन का अंतिम सेमीफाइनल मैच बुधवार को जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में खेला जाना है और दिल्ली की टीम केरल की कमजोरियों को आजमानते हुए फाइनल में जगह बनाना चाहेगी।
पहले मैच में दिल्ली को 0-1 से हार मिली थी लेकिन घर में खेलते हुए दिल्ली की टीम कुछ अलग नजर आती है और उसे पूरा भरोसा है कि वह परिणाम को अंतिम रूप से अपने हक में करते हुए पहली बार फाइनल तक का सफर तय करेगी।
दिल्ली की टीम को इस बात से आत्मविश्वास मिल रहा होगा कि वह इस सीजन में घर में न हारने वाली पहली टीम है और उसने घर में इस सीजन में किसी भी टीम से अधिक 18 गोल किए हैं।
केरल के साथ हुए पहले चरण के सेमीफाइनल मैच में दिल्ली की टीम एक इकाई के तौर पर प्रभावित करने में नाकाम रही थी। मार्सेलिनो परेरा और रिचर्ड गाद्जे को छोड़कर और कोई खिलाड़ी प्रभावित नहीं कर सका था।
यहां तक कि मार्की खिलाड़ी फ्लोरेंट मालोउदा भी संघर्ष करते नजर आए थे। दिल्ली की टीम हालांकि जब घर में खेल रही होती है तो उसका रंग कुछ और ही होता है और ऐसे में बुधवार को टीम के हर खिलाड़ी से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।
केरल को हराकर दिल्ली की टीम बीते सीजन की नाकामी को भुलाना चाहेगी, जब वह सेमीफाइनल में एफसी गोवा के हाथों हार गई थी। मजेदार बात यह है कि दिल्ली ने आईएसएल के नॉकआउट मैचों में अब तक सिर्फ एक गोल किया है।
दूसरी ओर, केरल को तीन साल में दूसरी बार फाइनल में पहुंचने के लिए सिर्फ ड्रॉ की जरूरत है। केरल की टीम हर हाल में दिल्ली को बराबरी पर रोकते हुए या फिर जीत हासिल करते हुए कोच्चि लौटना चाहेगी, जहां इस सीजन का फाइनल मैच खेला जाना है।
केरल के लिए चिंता का सबब यह है कि उसने घर से बाहर इस सीजन में 11 गोल खाए हैं। सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टीमों में यह संख्या सबसे अधिक है। और तो और, इस टीम ने घर से बाहर अब तक सिर्फ चार गोल किए हैं। यह इस सीजन में किसी भी टीम द्वारा घर से बाहर किया गया सबसे कम गोल है।