नई दिल्ली। देश के अग्रणी पेशेवर फुटबाल लीग-इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के चौथे संस्करण में 10 टीमें खेलती दिखेंगीं।
आईएसएल का आयोजन करने वाले फुटबाल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड ने अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ को विश्वास में लेते हुए दो नई टीमों को लीग से जोड़ने के लिए टेंडर जारी करने का फैसला किया है।
दुनिया भर में चर्चा बटोर रहे आईएसएल में अब तक आठ टीमें हिस्सा ले रही थीं। ये टीमें गुवाहाटी, दिल्ली, पुणे, चेन्नई, कोच्चि, कोलकाता, मुम्बई और गोवा से हैं लेकिन अब भारत के दो और शहरों से टीमें इस लीग की शोभा बढ़ाती दिख्राई देंगी।
एफएसडीएल ने जो टेंडर जारी करने का फैसला किया है, उसे लेकर 12 से 24 मई के बीच आवेदन किया जा सकता है। अहमदाबाद, बेंगलुरू, कटक, दुर्गापुर, हैदराबाद, जमशेदपुर, कोलकाता, रांची, सिलिगुड़ी और त्रिवेंद्रम से सम्भावित टीम मालिकों से आवेदन मांगा गया है।
बीते कुछ सालों से आईएसएल और आई-लीग के मर्जर की चर्चा चल रही है लेकिन हाल ही में एआईएफएफ ने साफ कर दिया कि निकट भविष्य में इसकी कोई सम्भावना नहीं है और अगर इस सम्बंध में कोई फैसला लिया जाता है तो फिर सारे हितधारकों को विश्वास में लेते हुए ऐसा किया जाएगा।
यहां बताना जरूरी है कि एफएसडीएल ने जो टेंडर जारी करने का फैसला किया है वह ‘इंविटेशन टू बिड’ (आईटीबी) आधारित है और इसके तहत कुछ शर्ते जुड़ी हुई हैं। इसके तहत एक से तीन टीमें आईएसएल में खेलने का हक हासिल कर सकती हैं।
यह भी साफ करना जरूरी है कि अगर कोलकाता की किसी टीम को आईएसएल में खेलने का हक मिलता है तो फिर उसे अगले दो सालों (2017 और 2018) तक कोलकाता के बाहर अपने घरेलू मैचों का आयोजन करना होगा क्योंकि कोलकाकता की एक टीम पहले से ही लीग में मौजूद है।
टेंडर भरने वाले सभी पक्षों को योग्यता सम्बंधी जरूरी शर्तों को पूरा करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि वह सिर्फ और सिर्फ लीग तक अपना काम या फिर बिजनेस मॉडल सीमित नहीं रखेंगे। उन्हें मुख्य तौर जमीनी तौर पर फुटबाल के विकास को लेकर काम करना होगा। आवेदन 25 मई तक दाखिल किए जा सकते हैं।
आईएसएल में अभी कोलकाता से एटलेटिको दे कोलकाता, चेन्नई से चेन्नयन एफसी, दिल्ली से दिल्ली डायनामोज, गोवा से एफसी गोवा, पुणे से एफसी पुणे सिटी, कोच्चि से केरला ब्लास्टर्स, गुवाहाटी से नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी और मुम्बई से मुम्बई सिटी एफसी लीग में खेल रही हैं। कोलकाता ने दो बार और चेन्नई ने एक बार यह खिताब जीता है।