जेरूसलम। फिलिस्तीन के 50 साल से कम आयु के पुरुषों को अब जेरूसलम में जुमे की नमाज के लिए अल-अक्सा मस्जिद परिसर में जाने की इजाजत नहीं होगी। यह कदम इजराइली सुरक्षा योजना का हिस्सा है, जिसके तहत पिछली रात को हुई अशांति के बाद इलाके शिकंजा कसना है।
समाचार एजेंसी एफे के अनुसार पुलिस प्रवक्ता मिकी रोसेनफील्ड ने कहा कि पुराने शहर जेरूसलम में आज सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम। 50 साल से ऊपर के पुरुषों को ही टेम्पल माउंट में जाने की अनुमति है। सभी उम्र की महिलाओं को वहां जाने की इजाजत है।
जेरूसलम के पुराने शहर में स्थित अल-अक्सा मस्जिद मुस्लिमों और यहूदियों दोनों के लिए ही एक पवित्र स्थल है और तनाव के समय में यह फिलिस्तीनी और इजराइली समुदायों के बीच टकराव का मुख्य केंद्र बिंदु रहता है।
14 जुलाई को हुए घातक हमले के बाद पहली बार गुरुवार को फिलिस्तीनी नागरिकों को नमाज के लिए इस पवित्र स्थल पर आने की अनुमति दी गई थी। इस हमले में इजराइल के दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी और इजरायल-अरब के तीन आतंकी मारे गए थे।
सुरक्षा चुस्त किए जाने से तनाव बढ़ गया और इसके कारण नाराज फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों और इजराइली पुलिस के बीच संघर्ष हुआ।