तेलअवीव। विदेश मंत्रालय की सलाह पर इजराइल ने ह्यूमैन राइट वाच शोधकर्ता को कार्य परमिट देने से मना कर दिया है।
विदेश मंत्रालय ने सलाह देते हुए कहा है कि एचआरडब्ल्यू शोधकर्ता मानवाधिकार के फर्जी बैनर तले फलस्तीनी दुष्प्रचार के अनुरूप काम करते हैं। एचआरडब्ल्यू ने इस कदम को अप्रत्याशित बताया है और कहा है कि वे पुलिस, सेना और विदेश मंत्रालय समेत इजराइली सरकार के प्राधिकारियों के साथ लगातार पत्राचार करते हैं।
इजराइल के इस पहल की अमरीका ने तीखी आलोचना की है और कहा कि एचआरडब्ल्यू एक विश्वसनीय मानवाधिकार संगठन है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इमैन्युएल नाहशन ने कहा कि एचआरडब्ल्यू के इजराइल विरोधी एजेंडा के मद्देनजर इस आशय का फैसला किया गया है।
उधर संगठन ने इजराइल के निर्णय को अशुभ बताते हुए अपने बयान में कहा है कि विगत तीन दशकों से इजराइल और पश्चिमी तट पर उसके कर्मचारियों को बेरोक टोक पहुंच थी।
एचआरडब्ल्यू के सारी बासी ने कहा कि ऐसा कर इजराइल क्यूबा, मिश्र, उत्तर कोरिया, सूडान, संयुक्त अरब अमीरात, उजबेकिस्तान और वेनेजुएला के क्लब में शामिल हो गया है। इन देशों ने संगठन के सदस्यों को अपने-अपने देशों में प्रवेश पर रोक लगा चुकी है।