चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और एडवोकेट एच.एस. फूलका तथा विधानसभा चुनाव में कैप्टन के प्रमुख रणनीतिकार प्रशांत किशोर में जुबानी जंग बढ़ गई है।
फूलका ने प्रशांत किशोर का वह संदेश सार्वजनिक कर दिया है, जिसमें वह सिख दंगों के संबंध में फूलका से सलाह देने के लिए संपर्क साधने का प्रयास कर रहे थे। फूलका ने कहा है कि प्रशांत किशोर ने सबसे पहले 13 अप्रेल को इस संंबंध में प्रयास किया था, लेकिन उन्होंने तवज्जो नहीं दी।
फूलका ने कहा कि पहले तो उन्होंने इसे मीडिया में उजागर नहीं किया लेकिन 30 अप्रेल को जब उन्हें सिख दंगा पीड़ितों के संबंध में सलाह मांगने का एसएमएस मिला, तब उन्होंने यह सुझाव मीडिया के जरिए देने का फैसला किया।
फूलका के अनुसार गत 13 अप्रेल को जब वह इंग्लैंड दौरे पर थे तो वहीं के निवासी डा. बिपिन झा ने इंद्रपाल सिंह शेरगिल से संपर्क किया। डा. झा ने शेरगिल से आग्रह किया कि वह फूलका को उनसे व प्रशांत किशोर से बात करने के लिए मनाएं।
लेकिन शेरगिल क्योंकि उनके स्वभाव को जानते थे, इसलिए वह सीधे रूप से मामले पर बात नहीं कर सके लेकिन झा के बार-बार आग्रह पर शेरगिल ने जब 14 अप्रेल को मामले पर फूलका से बात की तो उन्होंने झा व किशोर से मिलने या बात करने के लिए मना कर दिया।
30 अप्रेल को झा ने शेरगिल से दोबारा बात कर एक बार फिर प्रयास किया, लेकिन फूलका ने उन्हें इस बारे में कभी भी बात न करने की सलाह दी। उसी दिन फूलका को डा. झा ने कॉल की। जैसे ही ‘आप’ नेता ने उसका नाम सुना तो उसे ताड़ते हुए कहा कि जब मैं सारी बात इंद्रपाल सिंह शेरगिल को साफ कर चुका हूं तो फिर क्यों बार-बार प्रयास किया जा रहा है? फूलका ने कहा कि इसके बाद उन्हें एक एसएमएस मिला।
यह लिखा था एस.एम.एस. में
‘सर इट वाज ओनली ए रिक्वैस्ट टू मीट प्रशांत किशोर एंड टेक यूअर व्यूज एंड हैल्प हिम ऑन सिख जस्टिस इश्यू टू इन्कापे्र्रट इन टू देअर मैनीफैस्टो रादर दैन ऐनी थिंग एल्स। आई थिंक माई मैसेज वाज नॉट कन्वेड इन दैट वे। माई डीप रिगार्ड्स टू यू : डा. बिपिन झा’
वहीं टीम प्रशांत किशोर ने अपने आई-पैक अकाऊंट के जरिए ट्वीट कर अपना पक्ष रखते हुए लिखा कि यदि डा. बिपिन झा और ‘आप’ गूगल कर लें तो एच.एस. फूलका की प्रशांत किशोर से बातचीत के दावे के बारे में सच्चाई पता चल जाएगी।
डा. बिपिन झा भी ‘आप’ से ही संबंधित हैं। ‘यह कैसा मजाक है कि जो मिलने गया और जो मिला, दोनों ‘आप’ ही के लोग हैं। माफ करना फूलका जी पंजाब की जनता इतनी मूर्ख नहीं।