जमशेदपुर। भाजपा के टेल्को मंडल अध्यक्ष मनोज पाठक के पुत्र अंकित पाठक की पॉकेट बुक इट्स ऑल अबाउट माही ऑनलाइन शॉपिंग साइटस पर धूम मचा रही है।
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के प्रति उनके एक प्रशंशक की दीवानगी को अभिव्यक्त करते हुए अंकित ने यह किताब लिखी है। बुक अमेज़ॉन डॉट कॉम और पुस्तक मंडी के अलावा विभिन्न ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स पर उपलब्ध है।
सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी मिलते ही पिछले दिनों देश के कई खेल समाचारपत्रों और स्पोर्ट्स मीडिया ने अंकित पाठक का इंटरव्यू लिया है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2005 में टेल्को क्रिकेट ग्राउंड पर झारखंड क्रिकेट टीम संग धोनी को नज़दीक से खेलता देखना उनके लिए रोमांचक अनुभव था। इस समय से ही अंकित धोनी के खेल के मुरीद हो गए थे।
वे धोनी के एक साक्षात्कार से भी काफ़ी प्रभावित हुए जिसमें उन्होंने रांची और जमशेदपुर से अपने जुड़ाव के विषय में कहा कि भले हीं ये शहर छोटे हों, पर यहां के लोग और उनके इरादे बड़े होते हैं। इंसान का कद उसके मज़बूत इरादों से नापा जाता है।
उन्होंने कहा कि प्रतिदिन अखबार के खेल पृष्ठ में छपे धोनी से संबंधित खबरों का संकलन कर कोलाज तैयार करना उनका शौक बन चुका था। इसके लिए कई बार घर में डांट भी लगती थी।
अंकित ने 55 पन्नों के अपने पॉकेट बुक इट्स ऑल अबाउट माही में बताया है कि कैसे युवाओं के दिलों की धड़कन महेंद्र सिंह धोनी के प्रति उनके चाहने वालों की दीवानगी हद से गुजरती है।
कैसे धोनी के हेलीकॉप्टर शॉट पर सीमा रेखा के पार जाती गेंद उनके प्रसंशकों की आयु बढ़ा जाती है। कई वर्षों से धोनी पर बुक लिखने के उनके सपने को घोड़ाबांधा निवासी अजिताभ बोस के सहयोग और मार्गदर्शन से पूरा किया जा सका है।
इट्स ऑल अबाउट माही को ऑथर्स इंक पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया है। बुक की ऑनलाइन डिमांड इतनी है कि पिछले दस दिनों के भीतर ही इस पॉकेट स्टोरी बुक का पहला एडिशन खत्म होने के कगार पर है।
अंकित के अनुसार सोशल मीडिया के माध्यम से यह बुक चर्चा में आई है। धौनी के प्रशंसक इसे ख़ासा पसंद कर रहे हैं और प्रमोशन में भी मदद मिल रही है।
टेल्को के गुलमोहर स्कूल से अंकित पाठक ने अपनी स्कूली शिक्षा पूर्ण करने के बाद दिल्ली के एसआरएम विश्वविद्यालय से स्नातक की शिक्षा हासिल की है। वे वर्तमान में दिल्ली के एनकॉर कैपिटल ग्रुप में बतौर एकाउंट्स मैनेजर काम कर रहे हैं।
अंकित के परिवार में पिता मनोज पाठक और उनकी मां संध्या पाठक (गृहिणी) के अलावा छोटी बहन अंकिता पाठक और दादी माँ लाल देवी हैं।