जबलपुर। दो बच्चों सहित लापता कटनी के खनन कारोबारी की पत्नी संगीता को पुलिस ने उसके पुरुष मित्र आशीष कोटवानी के साथ गुजरात के भावनगर स्थित होटल से पकड़ा।
सूक्ष्म पड़ताल और साइबर सेल की मदद से गुजरात पहुंची क्राइम ब्रांच की टीम संगीता व आशीष को बच्चो समेत लेकर जबलपुर के लिए रवाना हो चुकी है। प्रारंभिक पूछताछ में संगीता ने बताया कि वह अपने पति रंजन की हरकतों से परेशान थी और दो बच्चों के साथ मर नहीं सकती थी, इसीलिए उसे अपने पुरुष मित्र के साथ भागना पड़ा।
एसपी महेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया कि 22 दिसम्बर को दोपहर में रंजन ग्रोवर की पत्नी संगीता ग्रोवर अपने बच्चों रुद्राक्ष व शिवाक्ष के साथ संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी। संगीता एवं उसके दोनों बच्चे सकुशल हैं।
एएसपी गुरु प्रसाद पाराशर एवं एएसपी क्राइम ब्रांच देवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि उन्हें जबलपुर लाकर बयान दर्ज करने के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। पुलिस संगीता व बच्चों की पतासाजी में मोबाइल फोन की लोकेशन तलाश रही थी, तभी पूछताछ व सोशल मीडिया के जरिए पुलिस को संगीता और आशीष कोटवानी की दोस्ती का पता चला।
जिसके बाद आशीष के दो एवं संगीता के एक मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की गई। दोनों के तीनों मोबाइल की लोकेशन गलगला व ओमती ही मिल रही थी। आखिरी लोकेशन 23 दिसम्बर को सुबह 10 बजे ओमती में मिली और इसके बाद सभी मोबाइल स्विच ऑफ हो गए।
पुलिस ने बताया कि संगीता और आशीष ने पुलिस को गुमराह करने अपने मोबाइल्स की लोकेशन जबलपुर में ही रखी। जिससे पुलिस उन्हें यहां ढूंढती रहे। बताया गया कि डुमना एयरपोर्ट के सीसीटीवी कैमरों में संगीता दिखीं जिसके बाद उस तक पहुंचने में पुलिस को देर नहीं लगी।
डुमना एयरपोर्ट से संगीता के दिल्ली जाने का सुराग मिला। दिल्ली एयरपोर्ट पर पतासाजी की तो वहां से संगीता के भावनगर गुजरात जाने की जानकारी मिली। जिसके बाद भावनगर एयरपोर्ट के सीसीटीवी फुटेज से पहचान कर स्थानीय क्राइम ब्रांच की टीम ने सभी को होटल में पकड़ लिया।
भावनगर गुजरात पहुंचने के बाद आशीष कोटवानी, संगीता और उसके बच्चे एक होटल में रुके। होटल के रजिस्टर में संगीता ने अपना नाम जसमीर कोटवानी लिखवाया। होटल पहुंची क्राइम ब्रांच को संगीता के बदले नाम को लेकर कन्फ्यूजन हुआ, लेकिन फोटो का मिलान करने पर सब क्लीयर हो गया।
गुमशुदगी एवं अपहरण के मामले में संगीता ग्रोवर के बयान सबसे अहम माने जा रहे हैं, जो मामले में आगे की कार्रवाई को दिशा देंगे। संगीता ने बयान में पति पर प्रताड़ना के आरोप लगाए तो उसके पति रंजन के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो सकती है।
चूंकि बच्चे अपनी मां के साथ थे, जो लीगली उनकी गार्जियन है, इसलिए कोर्ट में बयान होने के बाद अपहरण का मामला खत्म हो जाएगा। वहीं संगीता द्वारा स्वयं की पहचान छिपाकर नाम बदलने के कारण कानून से छेड़छाड़ करने एवं स्वयं की पहचान छिपाने के कारण उस पर आईडेंटिटि एंड ऑफिसियली सीक्रेट एक्ट के तहत अपराध दर्ज हो सकता है।