गौतमबुद्ध नगर। उत्तर प्रदेश में पिछले वर्ष सितम्बर माह में हुए दादरी कांड के आरोपी रवि की मंगलवार की शाम को मौत हो गई। इसके बाद आरोपी के परिजन ने जेल प्रशासन पर पिटाई का आरोप लगाते हुए उसकी मौत की जांच की मांग की है।
बता दें कि गौतमबुद्ध नगर की जिला जेल में कई माह से बंद रहे दादरी कांड के आरोपी रवि की मंगलवार को दोपहर बाद तबियत बिगड़ गई और इसके बाद आनन फानन में उसे जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
एलएनजेपी चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर जेसी पासी ने रवि की मौत पर कहा कि दोपहर करीब 12 बजे उसकी तबीयत बिगड़ी तो उसे यहां चिकित्सालय में लाया गया। इसके बाद उसे जांचा गया तो रवि के गुर्दे काम नहीं कर रहे थे।
ब्लड शुगर का स्तर अत्यधिक था। उसका उपचार हो रहा था, इसी दौरान उसकी मौत हो गई। रवि के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
वहीं आरोपी रवि की मौत के बाद उसके परिजन और वकील रामशरण ने बताया कि जिला जेल में लम्बे समय से रवि की तबीयत बिगड़ी चल रही थी। 30 सितंबर को स्थानीय कोर्ट में अर्ज़ी डालकर जेल प्रशासन को रवि का इलाज कराने का आदेश लिया गया।
जेल प्रशासन ने इलाज में लापरवाही की और पहले जेल के अस्पताल में ही रखा। जब रवि की हालत नाजुक हुई तब उसे चिकित्सालय में लेकर भागे जहां उसकी मौत हो गई। हमारी मांग है कि रवि की मौत की जांच हो और इसमें लापरवाह अधिकारियों को सजा मिले।
जानकारी हो कि पिछले वर्ष अखलाक की बीफ खाने के संदेह के आधार पर भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी और इसके बाद मृतक के पुत्र दानिश को भी बुरी तरह पीटा गया था।
उसके बाद अखलाक के परिजनों ने दिल्ली में शरण ली और मामले में कई आरोपी बनाए गए। इसमें रवि भी आरोपी था, जिसकी चिकित्सालय में उपचार के दौरान मौत हो गई है।