जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुक्रवार देर रात अशोक नगर सर्किल पर तेज रफ्तार से दौड़ रही बीएमडब्ल्यू कार ने एक आटो और पुलिस वैन को भीषण टक्कर मार दी।
हादसे में आटो में सवार तीन लोगों की मौत हो गई जबकि गश्ती पुलिस वैन के चार पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। कार फतेहपुर से निर्दलीय विधायक नंदकिशोर महरिया की है।
कार महरिया का बेटा सिद्धार्थ महरिया चला रहा था और इसी दौरान यह हादसा हो गया। घटना के तत्काल बाद वहां से भाग छूटे विधायक पुत्र को पुलिस ने शनिवार सुबह धर दबोचा।
पुलिस के अनुसार अशोक नगर थाना सर्किल पर कुछ पुलिसकर्मी चेतक में बैठे हुए थे। रात डेढ़ बजे सर्किल पर तेज गति से घूमती कार ने दूसरी ओर से आए एक आटो को जोरदार टक्कर मार दी। दोनों वाहनों में भिंड़त से आटो के परखच्चे उड़ गए।
चेतक में बैठे पुलिस कर्मी कुछ समझ पाते इससे पहले ही कार ने अनियंत्रित होकर चेतक के पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। हादसे के बाद कार चला रहा सिद्धार्थ महरिया फरार हो गया। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
आटो सवार मालवीय नगर निवासी कैलाश, मानसरोवर निवासी अनिल सहित एक अन्य की मौत हो गई। तीसरे व्यक्ति की पहचान फिलहाल नहीं हो पाई है।
दूसरी ओर पुलिस जीप में सवार अशोक नगर थाना पुलिस कर्मी गज्जूसिंह, सीताराम, रमेशचंद और जयसिंह गंभीर रूप से घायल हो गए जिनका इलाज जारी है। पुलिस ने हिट एंड रन का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मैं नहीं ड्राइवर चला रहा था कार
विधायक के बेटे सिद्धार्थ ने अपने बचाव में कहा कि कार वो नहीं बल्कि उनका ड्राइवर चला रहा था। आरोपी सिद्धार्थ का कहना है कि ‘हम लोग आइसक्रीम खाने गए हुए थे। बारिश तेज़ हो रही थी और हम वापस आने लगे। तभी रास्ते में एक ऑटोरिक्शा सामने आ गया जिसमें लाइट्स नहीं थी।
ड्राइवर ने उसको बचाने के लिए कार को मोड़ा लेकिन गाड़ी का राइड साइड ऑटो को लग गया और वह पलट गया। इसके बाद गाड़ी पीसीआर वैन से जा टकराई। सिद्धार्थ का कहना है कि मैं और मेरा परिवार पीड़ित परिवारों की हर तरह से मदद करने के लिए तैयार हैं।
हमारा ब्लड टेस्ट भी हुआ है, किसी ने भी शराब नहीं पी थी और डॉक्टरों ने रिपोर्ट भी तैयार की है। फिलहाल सिद्धार्थ पुलिस की हिरासत में है।