जयपुर। पुलिस मुख्यालय में एएसआई के पद पर तैनात एक व्यक्ति ने दहेज में कार और एक प्लॉट नहीं मिलने पर शादी से कुछ दिनों पहले अपने शिक्षक बेटे का विवाह कराने से इनकार कर दिया।
इस मामले में लड़की के पिता ने विवाह से पहले लेन-देन के नाम पर धोखाधड़ी कर छह लाख रुपए खर्च कराने का आरोप लगाते हुए लड़के के जीजा समेत कई लोगों पर बगरू थाने में मामला दर्ज कराया है।
धानक्या निवासी राजेंद्र कुमार बसेठिया ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है कि उसकी सरकारी शिक्षिका बेटी रजनी के लिए अपने एक पहचान वाले के जरिए सिंगोद निवासी कालूराम बाकोलिया के शिक्षक बेटे सुनील को वर्ष 2014 में देखा था।
कालूराम एएसआई है और पुलिस मुख्यालय में तैनात है। उनका एक दामाद रामरतन सौंकरिया आरएएस अधिकारी है, जो चूरू में हैं।
पहले तो कालूराम और उनके घरवालों ने रजनी को पसंद करते हुए हां कर दी और रोका करने के नाम पर राजेंद्र से पैसे खर्च करा लिए। इसके बाद दो साल तक दस्तूर और नेग के नाम पर पैसे लेते रहे और शादी नहीं की।
लड़की के परिजनों ने जब शादी का दबाव बनाया तो कालूराम ने 11 नवंबर 2016 को शादी करने की बात कही, इस पर राजेंद्र ने विवाह स्थल समेत सभी इंतजाम कर लिए, लेकिन ऐन मौके पर कालूराम, दामाद रामरतन और बेटे सुनील ने शादी से इनकार करते हुए कहा कि यदि लग्जरी गाड़ी और एक प्लॉट दोगे तो ही शादी करेंगे।
लड़की पिता का आरोप है कि आरोपियों उसे धमकाया कि या तो दहेज का इंतजाम करो या चुप हो जाओ। पीडि़त ने शादी के कार्ड तक छपवा लिए थे।
उसने करीब छह लाख रुपए खर्च कराने का आरोप लगाते हुए दहेज, धोखाधड़ी और सरकारी पद का दुरूपयोग और साजिश का मामला दर्ज कराया है।