-शहरी सरकार का 1367 करोड़ रुपए का बजट पास
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में शहरी सरकार क्या-क्या विकास करवाएगा इसका बजट शुक्रवार को नगर निगम में पेश किया, जो सभी पार्षदों ने सर्वस मति से पारित किया। वित्तीय वर्ष 2016-17 का ये बजट 1367 करोड 65 लाख रुपए का प्रस्तावित है। इसमें विकास के काम पर अनुमानित 501 एक करोड़ रुपए व्यय करने का प्रावधान रखा है।
बैठक में इस बार निगम के अधिकारी भाजपा पार्षदों के निशाने पर रहे। अधिकांश पार्षदों ने अतिक्रमण-अवैध निर्माण पर कार्रवाई नहीं करने, जनप्रतिनिधियों की सुनवाई नहीं करने और राजस्व वसूली में पिछडऩे सहित कई मुद्दों पर खरी-खोटी सुनाई।
इतना ही नहीं भाजपा के कई पार्षदों ने स्मार्ट सिटी, एलईडी प्रोजेक्ट और डोर-टू-डोर कचरा प्रबंधन जैसे राज्य सरकार के महत्वकांक्षी प्रोजेक्टों पर ही सवाल खड़े करते हुए इनकी खामियों को गिनाना शुरू किया।
मुंह पर पट्टी बांधकर सुना बजट
महापौर निर्मल नाहटा की अध्यक्षता में बैठक शुरू हुई और वित्त समिति अध्यक्ष राखी राठौड़ ने बजट भाषण पढ़ा। इस दौरान सभी कांग्रेसी पार्षदों ने अपने मुंह पर सफेद पटटी बांध ली। पार्षदों का कहना था कि उन पर हमेशा आरोप लगाए जाते है कि वे बजट भाषण कभी शांति से नहीं पढऩे देते। इस कारण भाषण पढऩे तक मौन धारण किया।
इससे पहले बैठक शुरू होते ही सबसे पहले सियाचीन में शहीद हुए हनुमनथप्पा और पूर्व लोकसभा स्पीकर व गर्वनर बलराम जाखड़ के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन रखा, जिसके बाद सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।
बजट में ये हुई नई घोषणा
शहर में पॉड कार चलाने की परियोजना
इस बजट में नगर निगम ने शहर में करीब 3 किलोमीटर एलीवेटेड रूट पर पॉड कार चलाने की योजना प्रस्तावित की है। ये प्रोजेक्ट (स्विस चैलेंज मैथेड) से बनाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के तहत प्रथम चरण में 120 पॉड कार चलाई जाएगी, जिसका किराया 20 रुपए होगा। एक पॉड कार में चार व्यक्ति एक साथ सफर कर सकेंगे। ये कार इलैक्ट्रीक होती है और इसके संचालन के लिए अलग से डेडिकेटेड कॉरिडोर बनता है। इस वाहन में 3 किलोमीटर का सफर 3 मिनट में तय किया जाएगा।
शहर को स्मार्ट सिटी बनाया जाएगा
नगर निगम ने अपने बजट में शहर को स्मार्ट सिटी बनाने का प्रस्ताव भी रखा है। इसके लिए बजट मद से 50 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा है।
डोर टू डोर कचरा कलेक्शन
हालांकि ये प्रोजेक्ट इससे पहले बोर्ड में वर्ष 2012 में शुरू हुआ था, तब एक माह में ही प्रोजेक्ट फेल हो गया था। तीन साल बाद अब इस प्रोजेक्ट को फिर से शहर में शुरू किया जाएगा। इसके लिए बजट में 150 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा है। हालांकि इस काम से निगम प्रशासन को करीब 100 करोड़ रुपए की आय होने की भी उ मीद है।
विकास पर यूं होगा खर्च
कार्य राशि
नई सड़कों का निर्माण 105
अन्य कार्य 95
सड़क-नाली रखरखाव 80
सार्वजनिक टॉयलेट निर्माण 05
शमशान/कब्रिस्तान विकास 10
बिजली लाईन डालने 18
उद्यान निर्माण 30
वृक्षारोपण 06
सीवर लाईन निर्माण 30
हैरिटेज संरक्षण 10 लाख रुपए
स्लॉटर हाउस विकास 05
राजीव आवास योजना 28
गौशाला विकास 20
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट रखरखाव 10
पार्किंग प्रोजेक्ट 02
वर्षा जल संरक्षण 05
स्मार्ट सिटी 50
कच्ची बस्ती विकास कार्य 02
नोट:- सभी राशि करोड़ों में अन्य कार्यो में (कियोस्क निर्माण, सामुदायिक केन्द्र निर्माण, चारदीवारी का जीणोद्धार, फुटपाथ निर्माण आदि)