जयपुर। दिल्ली में कथित आध्यात्मिक विश्वविद्यालय के नाम पर आश्रम चलाने वाले अय्याशी करने वाले ढोंगी बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के जयपुर आश्रम पर गुरुवार को छापे की कार्रवाई की गई। इससे पहले पुलिस ने दिल्ली के आश्रम से कई लड़कियां बरामद की हैं, जिनमें नाबालिग भी शामिल हैं।
हाई कोर्ट के आदेश पर दिल्ली में वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रम पर छापे के दौरान 41 लड़कियों को मुक्त कराया गया था। इस कार्रवाई के बाद जयपुर पुलिस के सामने एक रेप का मामला आया और बाबा के आश्रम पर छापा मारा गया।
छापे के दौरान आश्रम से 15 से 30 वर्ष तक की लड़किया बरामद की गई। पुलिस फिलहाल इन लड़कियों की पहचान कर रही है। आश्रम के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि वहां रहने वाले लोग कभी भी किसी से बातचीत नहीं करते हैं। ऐसे में पता नहीं चल पाता है कि अंदर क्या ये लोग क्या करते हैं।
रेप की एक घटना का खुलासा होने के बाद पुलिस ने छापे की यह कार्रवाई की। झुंझुनू जिले की एक लड़की अपनी मां के साथ चार साल पहले जयपुर के आश्रम में आई थी। इसके बाद वह लड़की आश्रम से गायब हो गई। जब उसका कुछ पता नहीं चला तो मां-बाप ने जयपुर के झोटवाड़ा थाने में बेटी की गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कराया।
काफी खोजबीन के बाद भी लड़की का पता नहीं चला तो लडकी के माता पिता अपनी एक रिश्तेदार के जरिए दिल्ली में रहने वाले एक पुलिस अधिकारी के पास पहुंचे। तब जाकर मामले में पुलिस ने कार्रवाई की। जयपुर के इस आश्रम में कई लड़कियां रह रही हैं। इन लड़कियों को बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। गेट में एक छोटा सा छिद्र बनाया गया है, जिसके जरिए वे अंदर से बातचीत करती हैं।
आश्रम के भीतर कई संदेहास्पद बातें लिखी हुई हैं, जैसे अंदर लिखा हुआ है रात को बाबा की याद में सोएंगे तो सुबह बाबा आकर खटिया हिलाएंगे। पुलिस ने आश्रम के अंदर से ऐसी लिखित सामग्री बरामद की है, जिसमें वीरेंद्र को बाप बताते हुए लड़कियों को पूरी तरह से समर्पण करने के लिए कहा गया है।
बाप यानी वीरेंद्र देव को भगवान बताते हुए उसकी मुरली पर खुद को समर्पित करने की बातें भी एक आध्यात्मिक पर्चे में लिखी हुई हैं। अंदर आश्रम में लड़कियां 15 साल से लेकर 30 साल तक की लड़कियां मिली हैं।