सबगुरु न्यूज-जालोर। नगर परिषद पार्षद को अपने वार्ड में अधूरे पडे विकास कार्य की शिकायत करना महंगा पड़ गया। शिकायत करने पर ठेकेदार और नगर परिषद के जेईएन ने कुछ लोगों के साथ मिलकर पार्षद को इतना पीटा कि उसे चिकित्सालय में भर्ती करवाना पड़ गया।
वाकया जालोर नगर परिषद का है। यहां के वार्ड संख्या 29 का निर्दलीय पार्षद जितेन्द्र प्रजापत अपने वार्ड में हो रहे निर्माण कार्यों को अधूरा छोड़ दिए जाने से परेशान था। इस बात को लेकर वह निरंतर नगर परिषद आयुक्त को लिखित और मौखिक शिकायतें करता रहा है। इसके बावजूद उसके वार्ड में अधूरा काम पूरा नहीं किया गया। इससे परेशान होकर शुक्रवार को भी नगर परिषद पार्षद जितेन्द्र आयुक्त अर्जुनदान देथा को इसकी शिकायत की।
इस पर देथा ने जेईएन को फोन करके साइट विजिट करने और ठेकेदार से काम शुरू करवाने के निर्देश दिए। जितेन्द्र ने बताया कि इसके कुछ देर बाद ही उसके मोबाइल पर नगर परिषद के जेईएन का फोन आया। उसने उसे नगर परिषद में बुलवाया। यहां पर जेईएन के साथ ठेकेदार शकूर खान और अन्य लोग भी खडे थे। जितेन्द्र ने बताया कि जैसे ही वह वहां पहुंचा तो शिकायत किए जाने को लेकर नाराजगी जताते हुए ठेकेदार, जेईएन व उनके साथियों ने उसकी बहुत पिटाई की। यह देखकर वहां पर खडे हुए कुछ लोगों ने उसे छुड़वाया। लोगों के एकत्रित होता देखकर जेइएन, ठेकेदार व उसके साथी वहां से फरार हो गए।
इधर, पार्षद से मारपीट की सूचना मिलने पर आयुक्त और कुछ पार्षद तुरंत वहां पहुंचे। इन लोगों ने पार्षद को चिकित्सालय में भर्ती करवाया। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद उसे जोधपुर रेफर कर दिया गया। पार्षद के कपडे फाड दिए, उसके मुंह, गले, पैर और पेट पर चोटें आई हैं। यह सूचना शहर में जंगल की आग की तरह फैली इस पर लोगों की भीड नगर परिषद में उमडने लगी। कुछ जनप्रतिनिधियों ने बताया कि उनके सामने ही जेईएन शैलेन्द्र यादव, ठेकेदार व अन्य लोगों ने जितेन्द्र से मारपीट की थी। आयुक्त ने इस मामले की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। उन्होंने कहा कि जेईएन इस मामले में शामिल है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।