जालोर। स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर की बागोड़ा (जालोर) शाखा का सहायक प्रबंधक पांच रुपए रिश्वते लेते सीबीआई के हत्थे चढ़ गया। उसने बचत खाते से 24 हजार रुपए निकालने के बदले यह राशि बतौर रिश्वत ली।
नोटबंदी के बाद बैंक अधिकारी अथवा कर्मचारी के रिश्वत लेते पकड़े जाने की संभाग में यह पहली कार्रवाई है। सीबीआई सूत्रों के अनुसार जालोर जिले की सायला तहसील में भुण्डवा गांव निवासी हरिसिंह राजपूत बचत खाते से 24 हजार रुपए निकालने के लिए बुधवार को बागोड़ा स्थित एसबीबीजे शाखा पहुंचा, जहां उसने सहायक प्रबंधक धन्नाराम चौधरी से सम्पर्क किया।
राशि के बदले सहायक प्रबंधक ने उससे पांच सौ रुपए मांगे। जिसकी शिकायत उसने सीबीआई से की। गोपनीय सत्यापन करवाए जाने पर रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई। तब सीबीआई ने हरिसिंह को रिश्वत देने के लिए बैंक भेजा, जहां उसने सहायक प्रबंधक को पांच सौ रुपए दिए।
इशारा मिलते ही सीबीआई अधिकारियों ने वहां दबिश दी और सहायक प्रबंधक धन्नाराम को पकड़ लिया। तलाशी में उसके कब्जे से रिश्वत राशि बरामद कर ली गई। देर रात तक चली कार्रवाई के बाद बाड़मेर जिले में सिणधरी निवासी धन्नाराम को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
उसके आवास की भी तलाशी ली गई, लेकिन सीबीआई को वहां से कोई विशेष सफलता नहीं मिल पाई। सीबीआई की टीम आरोपी धन्नाराम को लेकर गुरुवार को जोधपुर पहुंची। प्रारम्भिक जांच के दौरान दोपहर में उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे एक दिन के रिमाण्ड पर भेजने के निर्देश दिए गए।