नई दिल्ली। जामिया मिलिया इस्लामिया ने अपनी बीडीएस की प्रवेश परीक्षा को रद्द करने की घोषणा करते हुए कहा कि वह अब सीबीएसई द्वारा संचालित राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों को दाखिला देगी।
विश्वविद्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि सीबीएसई द्वारा संचालित राष्ट्रीय एनईईटी के संबंध में उच्चतम न्यायालय के आदेश के तहत जामिया की तीन जून को प्रस्तावित बीडीएस प्रवेश परीक्षा रद्द रहेगी।
सभी संभावित उम्मीदवार जो अकादमिक वर्ष 2016-17 के लिए जेएमआई में बीडीएस कोर्स में दाखिला पाने के लिए इच्छुक हैं उन्हें ‘नीट’ में बैठना आवश्यक है।
विश्वविद्यालय की वर्तमान प्रवेश आरक्षण नीति के तहत जामिया चयन के लिए अखिल भारतीय रैंकिंग का इस्तेमाल करेगा। जामिया एक जून से 15 जून तक बीडीएस कार्यक्रम के लिए प्रवेश प्रक्रिया फिर खोलेगा।
इससे पहले अदालत ने निर्देश दिया था कि साझा प्रवेश परीक्षा ‘नीट’ एमबीबीएस और डेंटल कोर्सों के लिए भारत में होगी। लेकिन राज्य सराकरों ने यह कहते हुए इस साल से इसके क्रियान्वयन पर आपत्ति जताई कि यह विद्यार्थियों के लिए परेशानी वाला होगा क्योंकि उनके पास सिलेबस की तैयारी के लिए कम समय है और भाषा का मुद्दा भी है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस साल के लिए एमबीबीएस और डेंटल कोर्सो के लिए राज्य बोर्डों को साझा प्रवेश परीक्षा से दूर रखने के अध्यादेश को मंजूरी दे दी है।