श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर के बडगाम जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में बुधवार को हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकवादी मारे गए। मुठभेड़ मंगलवार को शुरू हुई थी।
पुलिस अधिकारियों को श्रीनगर से करीब 30 किलोमीटर दूर बडगाम जिले के रेडबग गांव में आतंकवादियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके बाद उन्होंने इलाके को चारों ओर से घेर लिया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकवादी यहां एक घर में छिपे हुए थे। सुरक्षा बलों ने जैसे ही उस घर की घेराबंदी कड़ी की, आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की।
आतंकवादियों के खिलाफ यह अभियान पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और सेना ने संयुक्त रूप से चलाया था। अंधेरा होने के बाद अभियान रोक दिया गया था, लेकिन बुधवार सुबह यह फिर शुरू हुआ।
अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों ने घर से बाहर निकलकर सुरक्षा बलों के घेरे को तोड़ने के लिए अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें सभी तीन आतंकवादी मारे गए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की पहचान जावेद शेख, दाऊद और अकीब के रूप में हुई है। शेख हिजबुल का जिला कमांडर था। सीआरपीएफ के डीआईजी एम. दिनाकरन ने बताया कि शेख और दाऊद बडगाम जिले के रहने वाले थे।
उन्होंने बताया कि घटनास्थल से एक एके-56 राइफल, एक सेल्फ लोडिंग राइफल (एसएलएफ), एक पिस्तौल और सात मैगजीन बरामद की गई है। दिनाकरन ने बताया कि सुरक्षा बलों में से किसी को चोट नहीं आई है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने सुरक्षा बलों को आतंकवाद-रोधी अभियान से रोकने के लिए उन पर पथराव शुरू कर दिया। हालांकि सुरक्षा बलों ने उन्हें खदेड़ दिया।
आतंकवादी के मारे जाने के बाद श्रीनगर में प्रतिबंध
जम्मू एवं कश्मीर के बडगाम जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में नौहट्टा इलाके के एक आतंकवादी के मारे जाने के बाद बुधवार को पुराना श्रीनगर शहर में प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया।
नौहट्टा इलाके के पंडान क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाला हिजबुल आतंकवादी सजाद अहमद गिलकर रेडबग गांव में सुरक्षा बलों के साथ मंगलवार को शुरू हुई मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों में शामिल है।
पुलिस के अनुसार, रैनावाड़ी, खानयार, नौहट्टा, एम.आर. गंज और साफा कदाल क्षेत्र में एहतियात के तौर पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं।
प्रशासन ने श्रीनगर और बडगाम में असामाजिक तत्वों द्वारा अफवाहों को फैलाने से रोकने के लिए मोबाइल फोन पर इंटरनेट सेवा बंद कर दी है।