जयपुर। भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए प्रदेश मुख्यालय पर शुरू किए गए मंत्री दरबार से अब लोगों का मोह भंग हो रहा है। इसके चलते जनसुनवाई में अब महज खानापूर्ति बन कर रह गई है।
इसमें न तो मंत्रियों की रुचि है और ना ही कार्यकर्ताओं की। मंगलवार को दो मंत्री जनसुनवाई मे पहुंचे। दोनों मंत्रियों के पास केवल 15 शिकायतें आई।
ऊर्जा मंत्री पुष्पेंद्र सिंह और जल संसाधन मंत्री डॉक्टर रामप्रताप ने कार्यकर्ताओं की समस्याओं का समाधान किया। इस दौरान ऊर्जा मंत्री पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में लगातार बिजली का घाटे पर लगाम लगाई जा रही है।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि घाटा 2013 में 15645 करोड, 2014-15 में 12 हजार और 2016 में घटकर हुआ 10 हजार करोड का हुआ। सिंह ने कहा कि प्रदेश में उदय योजना के तहत हुए एमओयू में राजस्थान को 7 करोड का फायदा हुआ है।
बिजली की छीजत पूरा विद्युत तंत्र जूझ रहा है। इसके लिए अब ऊर्जा मित्रों के सहारे बिजली की छीजत को रोकने का प्रयास किया जाएगा। बिजली की छीजत को रोकने के लिए स्थानिय स्तर पर ऊर्जा मित्र बनाकर बिजली चोरी रोकने का प्रयास किया जाएगा।
जलसंसाधन मंत्री डॉ रामप्रताप को पार्टी की और से चलाए जा रहे समूद्र मंथन कार्यक्रम के बारे में कोई जानकारी नही है। उन्होंने कहा कि संगठन की और से इस कार्यक्रम की तैयारिया चल रही है।
उन्होंने पानी की चोरी रोकने के मामले मे कहा कि पहले विभाग की और से ड्रोन से पानी रोकने का प्लान तैयार किया था लेकिन ये प्लान अभी तक खटाई में है। इस योजना को अभी तक धरातल में नहीं लाया गया है।