जयपुर। भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर सोमवार को जनसुनवाई के दौरान चाकसू से भाजपा विधायक को अग्नि परीक्षा देना पड़ी। विधायक ने मंत्री को आश्वस्त किया कि वे हमेशा से ही भाजपा के रहे हैं, आगे भी रहेंगे और पार्टी से टिकट नहीं मिला तब भी पार्टी के साथ ही रहेंगे।
दरअसल यह पूरा नाटकीय रूपांतरण भाजपा की जनसुनवाई के दौरान देखने को मिला। चाकसू नगर पालिका के अफसर की भाजपा के पार्षदों ने शिकायत की। इस पर मंत्री दरबार में मौजूद पंचायती राजमंत्री राजेंद्र राठौड़ ने तुरंत अफसर को एपीओ करने के निर्देश दे दिए।
इसकी सूचना चाकसू विधायक लक्ष्मीनारायण बैरवा को मिली तो वे भागते- हांफते हुए भाजपा मुख्यालय पहुंचे। यहां विधायक ने मंत्री से हाथ-पांव जोड़े, तब जाकर अफसर को एपीओ करने के निर्देश वापस लिए गए। लेकिन इससे भी बड़ी बात यह रही कि विधायक को अपनी विश्वसनीयता को लेकर भविष्य एवं भूतकाल के प्रमाण देने पड़ गए।
इस दौरान विधायक लक्ष्मीनारायण बैरवा पर पार्षदों ने कांग्रेसी की तरह बर्ताव करने का आरोप लगाया तो विधायक को मौखिक अग्निपरीक्षा से गुजरना पड़ा। विधायक ने कहा कि वे हमेशा भाजपा में रहे हैं और आगे भी रहेंगे।
उन्होंने कहा कि वे प्रदेश मंत्री, प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, संसदीय सचिव और दो बार विधायक रहे हैं। आगे भी यदि उनको पार्टी टिकट नहीं देती है तो भी हमेशा संगठन में रहकर काम करते रहेंगे। इसके बाद राठौड़ ने अपने निर्देश बदले।
इससे पहले जनसुनवाई में पार्षदों ने मंत्री से शिकायत की थी, कि चाकसू नगर पालिका ईओ पूजा मीणा कांग्रेसी विचारधारा की है, जिसके चलते वे भाजपा के पार्षदों के काम में रोडे अटकाती हैं। इस मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने ईओ मीणा को एपीओ करने के निर्देश दे दिए।
मौखिक निर्देश के बाद विधायक दौड़ते हुए भाजपा कार्यालय पहुंचे, जहां मंत्री से एपीओ नहीं कर जांच कराने की मांग की। पार्षदों ने कहा कि कहा, कि हाल ही में यहां 4 करोड़ के कार्यों का टेंडर जारी किया गया है, लेकिन केवल कांग्रेस पार्षदों के वार्ड मे ही काम फाइनल किए गए है।
आरोप लगाया कि भाजपा के विधायक बैरवा भी पूजा मीणा की पक्ष लेते हैं और हमारी नहीं सुनते हैं। पार्षदों ने कहा कि वे भी कांग्रेसी की तरह काम कर रहे है, जैसे की अगली बार कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़ेंगे। वे हमें भी नहीं पहचानते।
इसके साथ ही मंत्री दरबार में आए शेखावाटी के किसान जगदीश प्रसाद पारीक ने 13 किलो का गोभी का फूल मंत्रियों को भेंट किया। यह फूल जैविक खेती से उगाया गया था।