रांची। जनता दरबार में बुधवार को एक अनोखा मामला सामने आया। जनता दरबार में आई एक महिला ने नगर विकास मंत्री सीपी सिंह से कहा कि मेरा पति बेटे की चाहत में मुझे तलाक देकर दूसरी शादी करना चाहता है। मैं उसके साथ रहना चाहती हूं पर वह मुझे रखना नहीं चाहता।
सीपी सिंह से यह गुहार लगानेवाली महिला करमटोली चौक निवासी गुड़िया थी। जब सीपी सिंह ने इस बाबत गुड़िया के पति निर्मल से पूछा तो उसने कहा कि चाहे मुझे जेल की सजा हो जाए लेकिन मैं पत्नी को नहीं रखूंगा।
निर्मल का यह जवाब सुनकर सीपी सिंह भी आवाक रह गए। इसके बाद मंत्री ने अधिकारियों से इस मामले की तहकीकात कर इसे सुलझाने का आदेश दिया। मंत्री ने दोनों को काफी समझाने की कोशिश की। लेकिन गुड़िया का पति मानने को तैयार ही नहीं हुआ। गुड़िया फिलहाल अपने मायके में रह रही है।
सिंह ने कहा कि जनता दरबार में कई ऐसे मामले भी आते है जिनका निष्पादान तत्काल संभव नहीं होता किन्तु हर संभव प्रयास किया जाता है कि शिकायतकर्ता को राहत मिले। मुख्यमंत्री जनसंवाद के दौरान मंत्री सीपी सिंह ने बुधवार को कई लोगों की समस्याएं सुनी।
बुधवार को जनता दरबार में कुल 124 मामले आए। जिसमें ज्यादातर मामले बैंक लोन, पारिवारिक विवाद और जमीन विवाद से जुड़े थे। इसमें से 56 मामलों का निबटारा किया गया, लेकिन जमीन विवाद के मामलों पर विचार नहीं किया गया क्योंकि यह न्यायालय में लंबित थे।
जनता दरबार में धनबाद के रवि कुमार ने बैंक लोन चुकाने की समय सीमा बढ़ाने का आग्रह माननीय मंत्री से किया। रवि ने बताया कि उसने बीटेक की पढ़ाई के लिए स्टेट बैंक से लोन लिया था, लेकिन पारिवारिक स्थिति खराब हो जाने के कारण समय पर लोन नही चुका पाया। जिस कारण अब बैंक अधिकारी रवि के जमानतदार के खाते से पैसे उगाहने की बात कर रहे हैं।
रवि ने आग्रह किया कि उसे लोन के पैसे चुकाने के लिए अतिरिक्त समय दिलवाया जाए। मंत्री ने रवि को बैंक अधिकारियों से समय सीमा बढ़ाने के लिए आग्रह करने को कहा।