नई दिल्ली। अस्तित्व बचाने को लेकर जनता परिवार बुधवार को एक हो गया।
पूर्व में जनता परिवार का हिस्सा रहे छहों राजनीतिक दलों ने विलय कर सर्वसम्मति से एक नई पार्टी बनाने की घोषणा की जिसके अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव होंगे।
समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल यूनाइटिड, जनता दल सेकुलर, समाजवादी जनता पार्टी और इण्डियन नेशलन लोकदल से मिलकर बनी इस नवगठित पार्टी का नाम, झण्डा और चुनाव चिन्ह बाद में तय होगा। इसके फैसले के लिये 6 सदस्यीय समिति गठित की गई है। यह समिति ही संगठन और नीतियों सहित अन्य मुद्दों पर फैसला लेगी। केन्द्र की मोदी सरकार को मजबूत चुनौती देने तथा आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते यह फैसला किया गया है। नये दल के लोकसभा में 15 और राज्यसभा में 30 सांसद हैं।
मुलायम सिंह यादव के आवास पर हुई इन दलों के नेताओं की बैठक में सपा के मुलायम सिंह यादव व शिवपाल यादव, जेडीयू के शरद यादव व नीतीश कुमार, आरजेडी के लालू यादव, जेडीए के एचडी देवगोड़ा व दानिश अली, इनलो के अभय चैटाला आदि उपस्थित थे।
बैठक में विलय का निर्णय लेने के बाद शरद यादव ने पत्रकारों को बताया कि नवगठित पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव होंगे। उन्होंने बताया कि पार्टी के नाम, झण्डा और चुनाव चिन्ह पर फैसला सभी विलय की गई पार्टियों के अध्यक्षों से सलाह कर लिया किया जायेगा।
इस दौरान नवगठित पार्टी के अध्यक्ष एवं पार्टी के संसदीय दल के नेता मुलायम सिंह यादव ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुये कहा कि यह सरकार कभी किसी मुद्दे पर विपक्ष से राय नही लेती जबकि पूर्व सरकारें विपक्षी दलों को बुलाती थी। उन्होंने कहा कि सरकार देश के विकास के लिये और अन्य गंभीर मुद्दों पर क्या कदम उठा रही है यह हम जानना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जनता परिवार के दल जब भी मिलते हैं राज उन्ही का होता है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मीडिया अतिमहत्वपूर्ण है और मेरी सभी से अपील है कि वह इस नये दल को मजबूत बनाने में अपना योगदान दें।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने कहा कि पहले भी हम साथ थे और अब भी साथ हैं। उन्होंने कहा कि हम सब एक हैं और हम भाजपा को परास्त करेंगे। न तो उनके मन में और न ही बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार के मन कोई अहंकार है। जेडीयू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पिछले कुछ महीने से छह दलों के बीच में एकजुटता के लिए विचारमंथन चल रहा था। शुरुआत से ही सभी की इच्छा थी कि सब एकजुट होवें। यह दल एक मजबूत विकल्प के तौर पर उभरेगा और देश की राजनीति को दिशा देगा। इंडियन नेशनल लोकदल के अभय चैटाला ने कहा कि देश को काफी वक्त से इस विलय की जरूरत थी। पूर्व प्रधनमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने इस पहल को एक अहम कदम बताया। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चैटाला ने पुत्र अभय चैटाला ने भी इसे देश की जरूरत बताते हुए कहा कि इस धर्मनिरपेक्ष दल मजबूत होंगे।