चंडीगढ। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत जाट आरक्षण आंदोलन की रविवार को फिर से शुरुआत हो गई। फरवरी माह में लापरवाही व कायरता के दाग झेल रही रोहतक पुलिस की इस बार अग्निपरीक्षा है। पुलिस का दावा है कि रेल या सड़क मार्ग जाम नहीं होने दिए जाएंगे। माहौल बिगाड़ने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।
आरएएफ, सीआईएसएफ, बीएसएफ व आरबी की 7 बटालियन ने जिले में डेरा डाल दिया है। वहीं, पुलिस का भी अतिरिक्त इंतजाम किया गया है। इस तरह पांच तरह के सुरक्षाबल कानून व्यवस्था बनाए रखने में लगे हैं।
पुलिस ने अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ फ्लैगमार्च निकाला तो डीसी और एसपी ने सरपंचों के साथ बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था में सहयोग की अपील की। वहीं, जाटों के यशपाल मलिक गुट ने भी साफ ऐलान किया है कि वे हर हाल में जसिया में ही धरना देंगे।
1 कंपनी बीएसएफ : शहर को सुरक्षित रखने के लिए विभिन्न संपर्क मार्गों पर लगाए गए 11 नाकों पर स्थानीय पुलिस के साथ बीएसएफ के जवान तैनात होंगे।
1 कंपनी आईआरबी : आईआरबी की एक कंपनी भी रोहतक में बुला ली गई है। यह कंपनी भी जिले में रिजर्व के तौर पर काम करेगी। किसी भी प्रभावित इलाके में जवान कूच करेंगे।
2 कंपनी आरएएफ : आरएएफ की दो कंपनी रोहतक पहुंच चुकी हैं। इनमें से एक कंपनी सांपला के लिए अलॉट कर दी है तो दूसरी कंपनी को रिजर्व रखा गया है। किसी भी आपातकालीन स्थिति में रिजर्व बटालियन प्रभावित क्षेत्र में पहुंचेगी। आरएएफ में महिला कर्मचारी भी शामिल हैं।
3 कंपनी सीआईएसएफ : सीआईएसएफ की तीन कंपनियों ने रोहतक में डेरा डाल दिया है। लघु सचिवालय, कोर्ट परिसर, जिला विकास भवन, तहसील, खंड विकास कार्यालय, पीजीआई, एमडीयू, रेलवे व बस स्टैंड जैसे सरकारी संस्थानों पर सीआईएसएफ के जवान बतौर गार्ड तैनात होंगे।
सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस लाइन व एसपी ऑफिस की विभिन्न ब्रांचों में तैनात पुलिस कर्मचारियों को दफ्तरों से रवाना कर दिया है। हर थाने में सौ-सौ अतिरिक्त पुलिसकर्मी अलॉट कर दिए गए हैं। सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करते हुए विभागाध्यक्षों को बिना अनुमति मुख्यालय न छोड़ने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
फ्लैग मार्च निकाला गया। इस दौरान गांव के मौजिज व्यक्तियों के साथ चर्चा करते हुए कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए जिला प्रशासन का सहयोग करने की अपील की गई।
जिले में कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए शनिवार को सिंचाई विश्राम गृह में जिला प्रशासन और अर्धसैनिक बलों के अधिकारियों की बैठक की गई। बैठक में डीसी अतुल कुमार, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के उपमहानिरीक्षक महेंद्र सिंह टोकस, पुलिस अधीक्षक शंशाक आनन्द, आरएएफ के सेकेंड कमान ऑफिसर हरिकेश सिंह व डिप्टी कमांडेंट एसके नंदा तथा सीमा सुरक्षा बल व केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के अधिकारियों ने मौजूदा स्थिति को लेकर विचार विमर्श किया।
जाट भवन में शनिवार को बैठक की गई। इसमें फैसला लिया गया कि वे आरक्षण की मांग के लिए 5 जून को सेक्टर एक के जाट भवन से शांतिपूर्ण ढंग से गिरफ्तारी देंगे। जाट युवा एकता मंच के संयोजक नवीन मालिक ने कहा कि जाट समाज न तो बिकेगा और न झुकेगा। जाट समाज प्रदेश में शांति और भाईचारे की अपील करता है।
मंच के पदाधिकारी जुगनू बोहर ने कहा कि उनकी लड़ाई सरकार के साथ और किसी जाति के खिलाफ नहीं, बल्कि मंच तो सभी से भाईचारा चाहता है। नवीन मालिक संयोजक ने कहा कि उनकी कुछ मांगे हैं और उन पर सरकार को गौर करना चाहिए।
बैठक में संदीप पुलंगी, सुरेंदर उर्फ सिंधी, अमित रैनकपुरा, गौरव रोहतक, दीपक जींद, आशीष नेहरा जींद, ओमप्रकाश कबूलपुर, संदीप एक्स सरपंच ओम प्रकाश, ओमवती खेड़ी साध सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।