नई दिल्ली। ओबीसी कोटे के तहत नौकरी में आरक्षण की मांग को लेकर हरियाणा में जाट आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर जवाबी कार्रवाई की। इसमें तीन की मौत हो गई तथा दर्जनों लोग घायल हो गए।
आंदोलन के हिंसक होते ही राज्य के आठ जिलों में सेना तैनात कर दी गई है तथा दो जिलों में कर्फ्यू लगाने के साथ देखते ही गोली मारने के आदेश भी दे दिए गए।
इससे पहले जाट नेताओं ने शुक्रवार को हरियाणा सरकार की ओर से ओबीसी कोटे के तहत दिए गए आरक्षण प्रस्ताव को ठुकरा दिया और कहा कि उनका आंदोलन मांग पूरी होने तक जारी रहेगा।
ऑल इंडिया जाट आरक्षण संगठन समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा कि हरियाणा सरकार की ओर से कोई ठोस प्रस्ताव नहीं दिया गया है। भाजपा सरकार जाटों को मूर्ख बनाने का प्रयास कर रही है क्योंकि जाटों को आरक्षण देने के संदर्भ में उसके इरादे ठीक नहीं हैं।
सर्वदलीय बैठक के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि जाट को आरक्षण देने के लिए विधेयक का मसौदा तैयार करेगी और इस संदर्भ में सभी दलों से सुझाव मांगे हैं।
मलिक का कहना है कि जाटों को आरक्षण देने में सिर्फ मुख्यमंत्री को समस्या है। भाजपा में शेष नेता आरक्षण देन के पक्ष में हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि खट्टर की जातिवादी मानसिकता है क्योंकि वह जाट नहीं है। वह खुद को गैर जाट नेता के तौर पर साबित करने का प्रयास कर रहे हैं।
बताते चलें कि राज्य सरकार ने चंडीगढ़ में सर्वदलीय बैठक बुलाकर इस पर सहमति बनाई थी कि जाट सहित चार अन्य जातियों को विशेष पिछली जाति का दर्जा दिया जाएगा। इसके बावजूद आंदोलनकारी जाट नहीं माने और हिंसक रूप अख्तियार कर लिया।
केंद्र सरकार ने जाट आंदोलन को हिंसक होते देख 3300 पारा मिलिट्री फोर्स स्थानीय पुलिस की मदद को भेजा। भीड़ ने शुक्रवार को कई जगह सरकारी और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। रोहतक में हिंसक भीड़ ने कुछ पुलिसकर्मियों को बंधक बनाने के साथ ही राज्य के वित्त मंत्री अभिमन्यु के घर को आग लगा दी। रोहतक, झज्जर, हांसी तथा कई अन्य जगहों पर कई सरकारी और निजी संपत्तियों को फूंक दिया गया।
इस बीच केन्द्र सरकार हरियाणा के घटनाक्रम पर नजर रखे हुए है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से बात की और उन्होंने राज्य के लिए अर्धसैनिक बलों की 24 कंपनियां भेज दी। उन्होंने कहा कि यदि वहां जरूरत होगी तो और भी कंपनियां भेजी जाएंगी। इसके साथ ही रोहतक, जींद, झज्जर, भिवानी, हिसार, कैथल, सोनीपत, पानीपत और करनाल में सेना को तैनात किया गया है।