आहोर/पाली। मारवाड गोडवाड के लिए शनिवार का दिन बहुत बडी खुशी की सौगत लेकर आया। बीते दस साल का इंतजार खत्म हुआ और शाम करीब 5:40 बजे पानी से लबालब जवाई बांध का एक गेट खोल दिया गया।
बांध का पानी खोल दिए जाने से पाली और जालोर जिले की जीवन रेखा कही जाने वाली जवाई नदी बहना शुरू हो गई। साल 2006 के बाद कम बारिश के चलते एक बार भी जवाई बान्ध के फाटक नहीं खोले गए थे। नदी में पानी की आवक नहीं होने से जालोर और पाली जिले के कृषि कुएं रिचार्ज नहीं हो सके थे। इससे किसानो के सामने रोज़ी रोटी का संकट पैदा हो गया था।
जवाई बान्ध प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को सुबह से ही लगातार बैठकों का दौर चला। जालोर जिले से बडी संख्या में किसान जवाई बान्ध पहुंचे और लगातार प्रशासन पर जवाई की फाटके खोलने का दबाव बनाते रहे।
पाली जिला कलेक्टर गौतम कुमार सहित जिले के आला अधिकारी जवाई बान्ध पहुंचे और किसान नेताओं से लगातार वार्ता करते रहे। शाम को करीबन 5.30 बजे जवाई बान्ध की एक फाटक को 3 इंच खोलने का निर्णय लिया गया।
जवाई बान्ध के फाटक खोलते वक्त मौके पर आला अधिकारियों और पुलिस प्रशासन का जमावडा बना रहा। आम लोगों को फाटक के पास नहीं जाने दिया गया। बांध का एक फाटक 3 इंच तक खोला गया।
जवाई बान्ध की फाटक से जैसे ही जलधारा का प्रवाह हुआ लोगों ने जय जवान जय किसान के साथ साथ इन्द्रदेव की जयकार के नारे लगाए।
जवाई बान्ध के फाटक खोलते समय राजस्थान सरकार के उप मुख्य सचेतक एवं सुमेरपुर विधायक मदन राठौड, पाली जिला प्रमुख पेमाराम चौधरी, सुमेरपुर एसडीएम महिपाल भारद्वाज, सुमेरपुर प्रधान राजेन्द्रसिंह कोलिवाडा, सुमेरपुर नगरपालिका चैयरमेन जोराराम कुमावत, तखतगढ भाजपा मण्डल अध्यक्ष गणपत सोमपुरा, युटीआई चैयरमेन संजय ओझा, किसान नेता ईश्वरसिंह थुम्बा सहित कई अधिकारी और किसान नेता मौजुद रहे।
जालोर जिले के किसानों को मिलेगा फायदा
जवाई बान्ध से छोडे गए पानी के जवाई नदी में बहने से जालोर जिले के किसानों को सबसे अधिक फायदा मिलेगा। जवाई नदी के किनारे के कृषि कुओं में इससे जलस्तर की बढोतरी होगी साथ ही पानी की गुणवत्ता मे भी सुधार होगा। जवाई का पानी मिलने से किसानों को रबी की फसलों में काफी ज्यादा फायदा मिलने वाला है।