पाली। जोधपुर संभाग के सबसे बड़े बांध जवाई में पानी की आवक घटने के बावजूद अब भी संभाग के विभिन्न भागों से लोग जवाई बांध देखने को पहुंच रहे हैं। जवाई बांध के आस पास मेले-सा माहौल बना हुआ है जवाई बांध के आसपास कई अस्थायी दुकानें लग गई हैं।
भारी संख्या में लोग जवाई बांध देखने को पहुंच रहे हैं। जल आवक कम होने से जवाई बांध से जल निकासी में कटौती की गई। अब जवाई बांध के दो गेटों से 954 क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा जा रहा है।
जलसंसाधन विभाग के अनुसार विगत कई दिनों से जवाई के जलग्रहण क्षेत्र में बारिश का दौर थमा हुआ। लेकिन जलग्रहण क्षेत्र की नदी व सेई बांध से जवाई में अनवरत पानी की आवक हो रही थी।
बुधवार को जल आवक में कमी आई। जिससे बांध का जलस्तर 7065.00 एमसीएफटी जल उपलब्धता के साथ 60.30 फीट से घटकर 60.25 फीट हो गया। ऐसे में विभाग ने चार नम्बर गेट को एक फीट से घटाकर आधा फीट किया था और तीनों गेट आधा फीट तक खुले थे।
गेटों से 1431 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही थी। गुरुवार को जल आवक में कमी दर्ज की गई। स्थिति को देखते हुए विभाग ने सवेरे साढे दस बजे चार नम्बर गेट को पूर्णरूप से बंद कर दिया। जबकि दो व दस नम्बर गेट को छह-छह इंच खुला रखा गया।
बांध से अब 954 क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा जा रहा है। शाम को बांध का जलस्तर 7078.00 एमसीएफटी जल उपलब्धता के साथ 60.30 फीट दर्ज किया गया। अधिकारी हालातों पर नजर रखे है।
बांध में हो रही जलआवक, गेटों से पानी की निकासी, जलग्रहण क्षेत्र में बारिश की स्थिति व बेड़ा नदी में चल रहे जलप्रवाह की समीक्षा की जा रही है।
जिससे अचानक जल आवक बढऩे व घटने अथवा बारिश होने पर गेटों को कम अथवा ज्यादा किया जा सके। उधर, जलग्रहण क्षेत्र से सेई बांध में जल आवक जारी है।