पटना। जनता दल (युनाइटेड) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री आवास पर शुरू हो गई है। बैठक में जद (यू) के सभी आमंत्रित सदस्य शामिल हैं। बैठक को लेकर मुख्यमंत्री आवास के बाहर कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ लगी हुई है।
मुख्यमंत्री और जद (यू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार के समर्थकों का कहना है कि जद (यू) का मतलब नीतीश कुमार है। शरद यादव द्वारा समानांतर बैठक बुलाए जाने के संबंध पर पूछे जाने पर कार्यकर्ताओं का कहना है कि शरद को बिहार में समर्थन नहीं मिलने वाला है।
बैठक में भाग लेने पहुंचे झारखंड के जद (यू) प्रदेश अध्यक्ष जालेश्वर महतो ने कहा कि झारखंड की जद (यू) पूरी तरह नीतीश कुमार के साथ है। वहां शरद यादव की कोई चर्चा नहीं है। नीतीश कुमार का राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ जाने का फैसला बिल्कुल सही है।
इधर, जद (यू) नेतृत्व से नाराज चल रहे सांसद और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद भी पटना पहुंच गए हैं। उनके पटना हवाईअड्डे पहुंचने के बाद समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया।
पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल सभागार में शरद के नेतृत्व में ‘जनअदालत’ का आयोजन किया गया है। इस बैठक में शरद के समर्थकों के भाग लेने की संभावना है।
जद (यू) के प्रमुख महासचिव क़े सी़ त्यागी का कहना है कि पार्टी की कार्यसमिति की बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव को भी आमंत्रित किया गया है। उन्होंने दावा किया कि जद (यू) में कोई टूट नहीं है।
उन्होंने कहा कि शरद जी को बैठक में आमंत्रित किया गया है। हम चाहते हैं कि वे आएं और जो शिकायत है, वह बताएं।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने पिछले महीने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के साथ अपनी पार्टी के महागठबंधन से नाता तोड़कर बिहार में भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार बनाई। इसके बाद से ही पार्टी के वरिष्ठ नेता व सांसद शरद यादव तथा उनके समर्थक पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं।