भागलपुर/नवगछिया। बिहार में नीतीश कुमार और लालू यादव के विधायक उनका पलिता लगाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहते है। ताजा मामला भागलपुर के गोपालपुर सीट से जदयू विधायक गोपाल मंडल का है।
उन्होंने एक बार फिर से विवादास्पद बयान दिया है। नवगछिया के बाल भारती विद्यालय में आयोजित कवि सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में आए विधायक गोपाल मंडल ने खुले मंच से एक बार फिर अपने अंदाज में विरोधियों पर निशाना साधा। उन्होंने अपने संबोधन में भवानीपुर के फत्तो पंडित प्रकरण, कमलेश्वरी को धमकाने के प्रकरण और वकील प्रमोद राय हत्याकांड का जिक्र किया और सफाई दी।
अपने सम्बोधन में विधायक गोपाल मंडल ने यहां तक कह डाला कि अब वे हत्या की राजनीति करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी लागू नहीं हो पाएगी। बिना शराब के होली में मन कैसे डोलेगा। मौके पर मौजूद भागलपुर सांसद शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल पर भी उन्होंने टिप्पणी की।
उन्होंने कहा कि मैं किसी कार्यक्रम में जाता हूं, तो सांसद जी का इंतजार करता हूं। मगर वह पहले पहुंच जाते हैं तो मेरा इंतजार किए बिना उद्घाटन कर देते हैं। वह बड़े हैं। सात विधानसभा देखते हैं। मैं तो छोटा हूं, एक ही विधानसभा देखता हूं। विधायक गोपाल मंडल के इस तरह के बयान आने से विरोधी दल एक बार फिर से सक्रिय हो एहैं।
हालांकि बाद में मंगलवार को मीडिया से बातचीत उन्होंने इस मामले पर सफाई दी और कहा, मैंने जानबूझकर ऐसा नहीं किया, यह मेरा स्टाइल है। मैं भाषण देने के दौरान थोड़ा उत्तेजित हो जाता हूं।
विदित हो कि बीते 28 फरवरी को भी विधायक गोपाल मंडल ने कहा था कि मेरा एक पैर जेल में रहता है, दूसरा बाहर। जब जेल गया तब ही नेता बना। मेरे कार्यकर्ता के साथ जो जात-पात करेगा, उसकी जीभ काटने में उन्हें एक मिनट भी नहीं लगेगा।
उन्होंने कहा था कि एक समय था जब एक नेता का फतवा जारी होता था तो उस समय भी गोपाल मंडल बर्दाश्त नहीं करता था। अब तो मैं औकात वाला हो गया हूं।