पटना। विधानसभा का चुनाव ज्यों-ज्यों नजदीक आ रहा है, जदयू विधायकों में भगदड़ की स्थिति देखने को मिल रही है। पार्टी के करीब 25 सदस्य एनडीए से टिकट के लिए प्रयास शुरु कर दिया है।
इसी क्रम में जदयू के बागी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा है कि एक दर्जन विधायक भाजपा में शामिल होंगे। पहले चरण में उनके पांच साथी भाजपा की सदस्यता लेंगे। इसके बाद दूसरे चरण में शेष बचे जदयू विधायक भाजपा का दामन थामेंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों का नाम इसलिए नहीं दे रहे है क्योंकि विधानसभा के सत्र में बदले की भावना से उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। लेकिन 4 विधायक को तो कोर्ट ने ही जदयू अध्यक्ष के खिलाफ निर्णय देकर नाम घोषित कर दिया है। वहीं एक विधायक खूले रुप से बगावत कर रहे हैं।
ज्ञानू ने एक प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के नीतीश मिश्रा, वृशिण पटेल, शाहिद अली खां, राजेश्वर राज, राजीव रंजन, आदि प्रमख हैं जो हम कोटा से भाजपा गठबंधन में चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावे भी एनडीए से सीट मिली तो कई अन्य नेता भी जदयू छोड़कर चुनाव लड़ेंगे।
अजय प्रताप, सुमित कुमार सिंह भी हम कोटे से चुनाव लड़ने को आतुर हैं, लेकिन इसमें एक पेंच फंस रहा है कि ये दोनों भाई हैं और एक ही जिले से चुनाव लड़ना चाहते हैं। एनडीए यहां एक ही सीट देने को राजी है इसलिए इसपर सामंजस्य नहीं हो पाया है।