पाली। केंद्रीय बजट में आभूषणों पर एक्साइज ड्यूटी लगाने वाले तानाशाही निर्णय को तत्काल प्रभाव से वापस लेने तथा केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को हठधर्मिता त्याग कर सर्राफा व्यावसायियों से बातचीत करने और उनकी समस्या का समाधान करने की कांग्रेस ने मांग की है।
पाली जिला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोटू भाई ने इस बाबत जेटली को लिखे पत्र में कहा है कि केंद्रीय बजट में आभूषणों पर एक्साइज डयूटी के निर्णय के विरोध में पाली सहित देशभर में सर्राफा व्यवसायी गत 27 दिनों से हड़ताल पर आन्दोलनरत एवं संघर्षरत हैं।
सर्राफा व्यवसाय देश की आर्थिक अर्थव्यवस्था का प्रमुख स्तम्भ हैं लेकिन देश में सर्राफा व्यवसाय संकट के दौर से गुजर रहा हैं। केंद्र सरकार ने अपने बजट में सर्राफा व्यापार पर एक्साइज डियूटी का बोझ लादकर इस व्यापार को संकट में डाला हैं साथ ही आम जनता पर भी बोझ पड़ा हैं।
हजारों परिवार अपनी सामर्थ्य अनुसार परम्परागत रूप से सर्राफा उत्पादों के के निर्माण व उपयोग से जुड़े हैं। आभूषण व्यवसाय के जरिए अपनी आजीविका चलाने वाले कारीगरों के सामने रोजी रोटी का संकट उठ खडा हुआ है। त्योहार एवं मांगलिक सीजन के चलते सर्राफा व्यवसाइयों को आर्थिक नुकसान हो रहा हैं तथा आम उपभोक्ता भी परेशानी में पड गया है।
मोटू भाई ने पत्र में कहा है कि सप्रंग सरकार द्वारा वर्ष 2012 में आभूषण पर एक्साइज डयूटी लगाई थी तब उक्त निर्णय का सर्राफा व्यवसायियों सहित प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी ने भी पुरजोर विरोध किया था। परिणाम स्वरूप तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने एक्साइज डियूटी के निर्णय पर रोल बेक किया था।
मोटू भाई ने कहा की आभूषण बनाने का व्यवसाय हस्तशिल्प कला से जुड़ा हुआ हैं, इस व्यवसाय से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े कारीगरों के इस व्यवसाय पर एक्साइज डयूटी लगाना गैर वाजिब हैं।