पाली। एक्साइज रोल बैक करने एवं सरकार द्वारा दो लाख के विक्रय पर टीसीएस लगाने के विरोध में पाली सर्राफा एसोसिएशन ने रविवार को राजस्थान बंद के समर्थन में पाली शहर में भी प्रतिष्ठान बंद रखे।
सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय गेमावत ने कहा कि पाली में हजारों की संख्या में स्वर्णकार व कारीगर बेरोजगार हो गए हैं। सरकार का यह फैसला इंडस्ट्रीज को बर्बाद कर देगा। सरकार से निवदेान है कि एक्साइज रोल को हटाकर राहत दे।
यदि प्रधानमंत्री को काला धन रोकना है तो बुलियन एवं फाईन गोल्ड पर एक्साईज लगा देते, स्मगलिंग को बंद करें। ज्वेलरी मेकिंग हस्तशिल्प कला का व्यापार है, भारत में निर्मित गहनों को विश्व भर में पसंद किया जाता है। ज्वेलरी इंडस्ट्रीज से मेक इन इंडिया को बढावा मिलता है।
व्वसायियों ने इस बारे में सौंपे गए ज्ञापन में कहा है कि सरकार शुद्ध सोने की बिक्री शत प्रतिशत बैंक पेमेंट द्वारा करवा दे तो समस्या का समाधान हो सकता है। दो लाख रुपए से ज्यादा के लेन देन में पेन कार्ड अनिवार्यता के निर्णय में भी बदलाव कर सकते हैं। आज देश में चौबीस करोड़ पेन कार्ड धारक हैं। परिचय पत्र, आधार कार्ड प्रूफ के तौर पर ले सकते हैं इससे व्यापार को नुकसान नहीं होगा एवं किसानों मजदूरों को भी भी कठिनाई नहीं होगी।
सरकार द्वारा हॉलमार्किंग अनिवार्यता को लागू किया गया जिसे सर्राफा एसोसिऐसन ने समर्थन किया। ज्वेलर्स इंडस्ट्री अनओर्गेनाइज्ड है इसीलिए एक्साइज जैसा कड़ा प्रावधान कई समस्याएं खड़ी कर देगा। सरकार स्वर्ण आभूषणों से जुड़े प्रत्येक व्यापारी पर सेल टेक्स, वेट, रजिस्ट्रेशन को अनिवार्य कर दे तो इससे देश हित होगा।
गरीब से गरीब से व्यक्ति, हर समाज के लोग घर में विवाह समारोह आदि में छोट से छोटा कुछ न कुछ सोने का सामान खरीदते हैं, यह भी एक आवश्यक सामान की श्रेणी में आता है।
सर्राफा व्यवसाय की समस्या को पूर्ण रुप से समझकर उसका समाधान करें। सर्राफा व्यवसायी स्वर्णकार बन्धु देश हित में पूरा सहयोग देने को तैयार हैं।
इस अवसर पर पूर्व विधायक सीडी देवल, पूर्व जिला प्रमुख खुशवीर सिंह जोजावर, पूर्व विधायक भीमराज भाटी, सर्राफा एसोसिऐसन के संरक्षक विजयराज सोनी, शोभाग वलाई, सुरेश सोनी, अध्यक्ष संजय गेमावत, उपाध्यक्ष शांतिलाल मंडोरा, सचिव राजेश बोहरा, महेश सोनी, बाबूलाल सोनी, सहित पाली के सभी ज्वेलर्स स्वर्णकार एवं कारीगर रैली में उपस्थित थे।