रांची। लातेहार के मनिका की नाबालिग बच्ची से एक केस के मामले में 10 घंटे तक पूछताछ करने के एक मामले में सब-इंस्पेक्टर रामप्रवेश शर्मा को निलंबित कर दिया गया है।
एसपी अनुप बिरथरे ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या सहायक अवर निरीक्षक रामप्रवेश शर्मा की लापरवाही और कर्तव्यहीनता का मामला स्पष्ट होता है। जिस वजह से उन्हें निलंबित किया गया है।
एसपी ने बताया कि मामले की निष्पक्ष जांच करने के लिए बरवाडीह के एसडीपीओ मंगल सिंह जामुदा को आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि नाबालिग के इलाज का पूरा खर्च लातेहार पुलिस वहन करेगी।
उन्होंने कहा कि नाबालिग से पूछताछ महिला पुलिस की मौजूदगी में की गई थी। महिला पुलिस को नाबालिग के इलाज के लिए साथ में भेजा गया है। गौरतलब है कि मनिका थाने में पुलिस यातना की शिकार रिम्स में भर्ती नाबालिग को शुक्रवार को होश आया था।
उसने बताया कि मनिका थाने में पुलिस ने उसे 10 घंटे तक रखा। डंडे से पीटा और गला दबा कर पूछताछ की। उसका इलाज रिम्स के मेडिसन डिपार्टमेंट में डॉक्टर उमेश कुमार की देखरेख में चल रहा है। शुक्रवार को महिला आयोग की अध्यक्ष महुआ माजी भी बच्ची से मिलने रिम्स पहुंची थी।
14 जून को 15 वर्षीय नाबालिग बच्ची को मंगलवार सुबह मनिका थाने के छोटा बाबू ने बुलाया था। पहले तो उसे धमकाया गया। बाद में जब नाबालिग ने बात मानने से इंकार किया तो बच्ची को हाजत में बंद कर दिया गया।
अकेले कमरे में बच्ची से सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक पूछताछ की गई। थाना परिसर में बेटी का इंतजार कर रहे परिजनों के पास वह लौटी, तो होश में नहीं थी। छोटा बाबू बोले पूछताछ हो गई। जाओ अस्पताल में दिखा लो।