रांची। झारखंड में जमशेदपुर जिले के सिदगोड़ा थाना क्षेत्र की नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता मां का मंगलवार को सुरक्षा व्यवस्था के बीच राजेंद्र आर्युविज्ञान संस्था रांची में गर्भपात कराने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बातचीत में कहा कि नबालिग बच्ची का गर्भ 23 सप्ताह का हो गया है ऐसे में इसमें तीन से चार दिन लग सकते हैं, क्योकि बच्चा प्री-मैच्योर है। पीड़िता गायनिक डिपार्टमेंट की हेड डॉ. अनुभा विद्यार्थी की यूनिट में भर्ती है।
नाबालिग 23 सप्ताह की प्रेग्नेंट है और झारखंड उच्च न्यायालय के आदेश पर रिम्स में गर्भपात कराने की प्रक्रिया शुरू की गई है। रिम्स में उसे लेबर रूम में एक रिजर्व कमरा उपलब्ध कराया है। उसके साथ उसकी मां भी है। बच्ची की कम उम्र होने और 23 सप्ताह की प्रेग्नेंट होने पर काफी रिस्क है। इसलिए डॉक्टर संभलकर काम कर रहे हैं।
गौरतलब हो कि वह छठी कक्षा की छात्रा है। उसके पड़ोसी चालक उदय गगराई ने लगातार चार माह तक उसका यौन शोषण किया था। इसके बाद वह गर्भवती हो गई थी।
मेडिकल बोर्ड के अनुसार 16 वर्षीय नाबालिग लड़की को गर्भपात कराने की इजाजत देने के साथ हाईकोर्ट ने रिम्स को कई आदेश दिए हैं। हाईकोर्ट ने भ्रूण के सैंपल को भी रखने का आदेश दिया है ताकि जरूरत पड़ने पर डीएनए टेस्ट कराया जा सके।