रामगढ़। रामगढ़ स्थित रजरप्पा के मां छिन्नमस्तिका मंदिर परिसर में मंगलवार को एक अजीबोगरीब आत्महत्या का मामला सामने आया है, जिससे सनसनी फैल गई है।
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हजारीबाग में तैनात बक्सर (बिहार) के बलिहार गांव के एक सीआरपीएफ जवान ने मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद अपने साथ लाए गए धारदार हथियार से गला काटकर अपनी बलि चढ़ा दी। जवान का नाम संतोष नट (45) बताया जा रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जवान ने सुबह मंदिर में मां छिन्नमस्तिका की पूजा-अर्चना की और उसके बाद माता की प्रतिमा के आगे खुद की बलि चढ़ा दी। इस घटना के बाद मंदिर में ताला लगा दिया गया है और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
जवान संजय नट दो दिन पहले ही वह अपने गांव बलिहार में छुट्टी बिता कर ड्यूटी पर आया था। परिवार में जवान की पत्नी शारदा देवी और दो बेटे व दो बेटियां हैं। घटना की जानकारी मिलने से पूरा परिवार सदमे में है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार संजय को सोमवार को भी मंदिर परिसर के आसपास देखा गया था। मंगलवार सुबह उसने मां छिन्नमस्तिका मंदिर में पूजा की और फिर मंदिर की परिक्रमा करने लगा। इसी दौरान उसने साथ लाए कटारी से मंदिर के मुख्य द्वार के पास अपना गला रेत डाला जिससे मंदिर के मुख्य द्वार पर खून फैल गया और उसकी मौत हो गई।
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घटना के बाद तुरंत पुलिस को सूचना दी गई और मंदिर के द्वार पर ताला लगा दिया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने संजय के पॉकेट की तलाशी ली तो एक कागज मिला। इससे उसकी पहचान हुई और कागज में मिले फोन नम्बर से उसके घरवालों को सूचना दी गई।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि संजय पहले से ही बलि का मन बनाकर यहां आया था। उसने ठीक वैसी ही नई कटारी अपने साथ रखी थी जैसी कि मां छिन्नमस्तिका की प्रतिमा में है। आत्महत्या की घटना के बाद पुजारियों ने मंदिर के शुद्धीकरण का कार्य किया। इस दौरान पुजारियों ने पंचगव्य, पंचद्रव्य और पांच नदियों के जल से मंदिर का शुद्धीकरण किया।
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मंदिर शुद्धीकरण के दौरान विशेष रूप से पूजा की गई। इसके बाद श्रद्धालुओं के लिए मंदिर का पट खोला गया। मौके पर मौजूद रजरप्पा थाना प्रभारी अतिन कुमार ने बताया कि यह मामला आत्माहत्या का लग रहा है।
हालांकि पूरी जानकारी पोस्टपार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही दी जा सकती है। वहीं रजरप्पा छिन्नमस्तिका मंदिर के न्यास समिति के सचिव सह पुजारी शुभाशीष पंडा ने बताया कि यह मामला पूरी तरह से आत्महत्या का है।