रांची/गुमला। आतंकी हमले में शहीद हुए गुमला के नाइमन कुजूर की पत्नी बीना तिग्गा के दिल में पति की शहादत के लिए गर्व है मगर आंसू वाली आंखों में आतंकियों के प्रति गुस्से की झलक भी साफ दिखती दे रही थी।
शहीद की पत्नी कहती हैं कि केंद्र सरकार अब पाकिस्तान का नामोनिशां मिटा दे। अगर अब भी ऐसा नहीं हुआ तब उसका यह अर्थ निकलेगा कि सरकार को देशवासियों से कोई मतलब नहीं है।
शहीद की विधवा बीना तिग्गा ने कहा कि अब प्रधानमंत्री जी को सब्र करने की जरुरत नहीं है। मैं सीमा पर जाकर हथियार उठा लूंगी और दुश्मनों से बदला लूंगी।
शहीद की शहादत की खबर मिलते ही गुमला में शोक का माहौल है। दोनों गांवों में सोमवार सुबह से चूल्हे तक नहीं जले हैं।
इधर उरी में शहीद हुए सेना के जवानों की शांति के लिए सिमडेगा एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम में शोकसभा का आयोजन किया गया। शोकसभा में उपस्थित लोगों ने एक मिनट का मौन धारण कर वीर शहीदों की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
मौके पर झारखंड विधानसभाध्यक्ष दिनेश उरांव, सांसद कड़िया मुंडा, विधायक विमला प्रधान और कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।
इधर लोहरदगा के कैरो प्रखंड के उत्का आरपी मेमोरियल उच्च विद्यालय में वीरगति प्राप्त सैनिकों को स्कूली बच्चों और शिक्षकों ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।
वहीं हजारीबाग में उरी में सेना के कैंप में हुए आतंकवादी हमले के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान का झंडा जलाया।
गिरिडीह के बगोदर में भी लोगों ने आतंकी हमले का मुखर होकर विरोध किया। यहां लोगों ने भारतीय जवानों की शहादत पर प्रदर्शन किया। लोगों ने पाकिस्तान हाय-हाय और वीर जवान अमर रहे का नारा लगाया। वहीं नारों के बीच यहां नवाज शरीफ का पुतला दहन किया गया।
इधर, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कश्मीर में हुए आतंकी हमले में झारखण्ड के खूंटी के जवान जावरा मुंडा और गुमला जिले के नाइमन कुजूर को श्रद्धांजलि दी है।
उरी में जवानों की शहादत से व्यथित मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। देश के लिए अपनी जान की कुर्बान करने में झारखण्ड के जवान कभी पीछे नहीं रहे हैं।
इनके ही दम पर राज्य और देश की समृद्धि और एकता रोशन हैं। शहीद जवान के परिजनों को सीएम रघुवर ने 10-10 लाख रुपए देने का ऐलान किया है। सीएम ने कहा है कि शहीद की शवयात्रा में कैबिनेट मंत्री भी शामिल होंगे।
शहीदों के परिवारों की मांग, दोषियों को कड़ी सजा दे सरकार
जम्मू। जम्मू-कश्मीर के उडी सेक्टर में रविवार को हुए आतंकी हमले में सेना के शहीद 17 जवानों में दो जम्मू संभाग के हैं। दोनों शहीद जवान साम्बा, बिश्नाह के निवासी है। हवलदार रविपाल 10 डोगरा रेजिमेंट के रविपाल जम्मू- कश्मीर के सांबा के रहने वाले थे।
सूबेदार करनैल सिंह 10 डोगरा रेजिमेंट के यह सूबेदार जम्मू की बिश्ना तहसील के विल शिबु चक के रहने वाले थे। इन शहीदों के महोल्ले में शोक की लहर गूंज रही है। पूरी गली में सन्नाटा पसरा पडा है। शहीदों का पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ है। सबका रो-रो कर बुरा हाल है।
शहीदों के परिवार व स्थानीय लोग बस एक ही मांग कर रहे हैं कि अब बहुत हो चुका पाकिस्तान को उसके किए की सजा मिलनी चाहिए। अगर अब भी भारत सरकार ने पाकिस्तान को स्टीक जवाब नहीं दिया तो जनता का विश्वास डगमगा जाएगा।