नई दिल्ली। झारखंड के गोड्डा जिले की कोयला खदान धंसने के चलते मारे गए मजदूरों के लिए इसका संचालन करने वाली कंपनी ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटिड (ईसीएल) ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 5 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है।
यह राशि कर्मकार प्रतिकर अधिनियम के तहत मिलने वाले मुआवजे के अतिरिक्त होगी। वहीं परिवार की हर प्रकार की सहायता का भी कंपनी ने वादा किया है।
यह जानकारी देते हुए कोयला मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को यहांं बताया कि खान सुरक्षा महानिदेशक ने घटना के जांच के आदेश दे दिए हैं। इसके अलावा कोल इंडिया लिमिटेड ने हादसे की जांच के लिए विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति गठित कर दी है।
उल्लेखनीय है कि झारखंड के गोड्डा जिले में राजमहल ओपन कास्ट विस्तार परियोजना से जुड़ी खदान के गुरुवार की शाम धंस जाने से 7 लोगों की मौत हो गई थी। दो घायल व्यक्तियों का क्षेत्र के अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं एक को आगे के इलाज के लिए दुर्गापुर भेजा गया है।
प्रथम दृष्टया यह पाया गया है कि घटना अप्रत्याशित है। यह छिपी हुई फाल्ट लाइन/स्लिप के साथ बेंच एज के फेल हो जाने की वजह से हो सकती है। ईसीएल और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी गुरुवार शाम से राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं। शुक्रवार सुबह 11 बजे तक 3 एक्सकेवेटर और 7 डंप ट्रकों को लगाया गया है।
राहत एवं बचाव कार्य में एनडीआरएफ को भी लगाया गया है। ईसीएस की राजमहल परियोजना के प्रोजेक्ट ऑफिस में एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है जिसका नम्बर 9771447171 है। आर.आर. अमिताभ (जीएम, खान) नियंत्रण कक्ष के इंचार्ज हैं।
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