रांची। एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने दावा करते हुए कहा है कि कुख्यात अपराधी लखन सिंह मरा नहीं बल्कि जिंदा है। वह अपने सहयोगी अमर सिंह और तौकीर के साथ रह रहा है। लखन का भाई गेंदा सिंह उसका पूरा गैंग संचालित कर रहा था जो पकड़ा गया।
उसकी गिरफ्तारी के लिए भी रांची पुलिस प्रयास कर रही है। लखन भी शीघ्र ही सलाखों के अंदर होगा। गौरतलब है कि लखन सिंह तुपदाना ओपी से भाग गया था। इसके बाद उसका पता नहीं चल पाया। लोग उसके मारे जाने का कयास लगा रहे थे।
उड़ीसा मेें भी जमीन की दलाली करता था गेंदा सिंह
कुख्यात अपराधी और दो लाख का ईनामी गेंदा सिंह जमीन की दलाली और रंगदारी करके वसूल किए गए पैसे से अपना गिरोह चलाता था। उसके गिरोह में 26 लोग काम करते हैं। शनिवार को यह खुलासा एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने प्रेसवार्ता में किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने दो लाख रुपए के ईनामी कुख्यात अपराधी विजय सिंह उर्फ गेंदा सिंह को उड़ीसा के पुरी से गिरफ्तार किया है।
इसके निशानदेही पर उसके घर से 6 मोबाइल फोन और जमीन के कागजात और दसमाइल-हजाम पक्की सड़क के किनारे डहु गांव स्थित कलवाडोवा के पुल के नीचे छिपाया गया एक नाइन एमएम का पिस्टल, चार गोलियां और 2 सुतली बम बरामद किया है। विजय सिंह उर्फ गेंदा की गिरफ्तारी 6 मई को उड़ीसा से सुबह साढ़े तीन बजे की गई।
एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने शनिवार को प्रेसवार्ता में विजय सिंह उर्फ गेंदा सिंह को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत किया। द्विवेदी ने बताया कि जमीन दलाली और रंगदारी में गेंदा सिंह का सहयोग 26 लोग करते है।
इनमें अशोक पांडेय, राजेश नायक, साबिर अंसारी, इसरायल अंसारी, सरवर खान, बउआ साहू, अजय , रंजीत शर्मा, निर्मल राम, प्रकाश , आबिद अंसारी, चिंटू, शमशाद, गेंदा सिंह के भाई लखन सिंह के सहयोगी प्रमोद एक्का, मुकेश झा, टप्पू, अमर सिंह, तौकिर, जिम्मी, सुभान, युगेश उर्फ युगेश्वर सिंह, कमलेश, त्रिभुवन सिंह, अजय, सुभान खान का भाई शामिल है। उसके गिरोह में शूटर के रुप में मिठू सिंह, राजू गोप और सांडे मुंडा काम करते हैं जो वर्तमान में जेल में है।
गेंदा सिंह को पकड़ने के लिए गठित छापेमारी टीम में पप्पू कुमार शर्मा, सुजीत राय, बीर बहादुर सिंह, सुकर टोप्पो, बलेन्द्र कुमार, दिगंबर राम, सुरेंद्र नाग और रंजीत करकेट्टा शामिल थे। मौके पर सिटी एसपी किशोर कौशल, एएसपी हटिया प्रशांत आंनद सहित कई पुलिसकर्मी मौजूद थे।
एसएसपी ने बताया कि विजय सिंह उर्फ गेंदा सिंह पर रांची में 15 अपराधिक मामले दर्ज है। इनमें 13 सितंबर 2015 को तुपुदाना चौक पर जमीन कारोबारी राकेश राम के बॉडीगार्ड मनोहर और चालक राजेंन्द्र की हत्या करने, तुपुदाना ओपी के ठीक बाहर जमीन कारोबारी अशोक लाल की हत्या करने, आर्म्स एक्ट, रंगदारी सहित कई अपराधिक मामले दर्ज है।
इसके अलावा डबल मर्डर हत्याकांड मामले में गेंदा सिंह के खिलाफ वारंट था। टाटीसिलवे, जगरनाथुपर, नामकुम, कोतवाली, लालपुर, अनगड़ा, बरियातू, धुर्वा, डोरंडा, बरियातू, खूंटी में गेंदा सिंह पर अलग-अलग मामले दर्ज हैं। एएसपी ने बताया कि उड़ीसा में भी विजय सिंह उर्फ गेंदा सिंह जमीन की खरीद-बिक्री का कारोबार करता था। उसके घर से उड़ीसा के भी जमीन के कागजात मिले है।
गेंदा सिंह जमीन को चिन्हित कर उसमें लफड़ा कर उसे बेच देता था। नवंबर 2015 में डबल मर्डर के केस के नाम आने के बावजूद तुपुदाना पुलिस की लापरवाही के कारण गेंदा को जमानत मिल गयी थी। जेल से छूटने के ठीक बाद वह फरार हो गया था। फरारी के दौरान ही डबल मर्डर की जांच में गेंदा सिंह पर लगे आरोप सर्च पाए गए। एसएसपी ने बताया कि गेंदा सिंह की प्रोपर्टी की जांच के लिए ईडी और आइटी का सहयोग रांची पुलिस लेगी। जिसके बाद उसकी संपत्ति को कुर्क किया जाएगा।