झुंझुनू। डाक विभाग में जिले में डाक सहायकों के पद पर कार्य करने वाले कर्मचारियों को दोबारा बेरोजगार कर दिया है। विभाग द्वारा एक वर्ष नौकरी करने के बाद अचानक बर्खास्त करने की सूचना देने पर 16 कर्मचारियों के पैरों तले जमीन खिसक गई।
अचानक बख्र्तास्ती के बाद कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। कर्मचारियों को भविष्य की चिंता भी सताने लगी है। 23 दिसंबर 2015 को डाक विभाग ने एक आदेश जारी कर 2013-14 में डाकसेवक पद पर लगे कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से बख्र्तास्त कर दिया।
सूत्रों के अनुसार प्रदेश के करीब साढे तीन सौ व झुंझुनू जिले में 16 कर्मचारी जिसमें अकेले चिड़ावा में तीन कर्मचारी शामिल हैं। हालांकि कर्मचारियों की बर्खास्तगी के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। माना जा रहा है कि डाक विभाग की लिखित परीक्षा में भारी गड़बड़ी के बाद यह कदम उठाया गया।
कर्मचारियों की बख्र्तास्तगी के बाद डाक व्यवस्था भी गड़बड़ाने लगी है। बख्र्तास्त कर्मचारी कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। देशभर में ऐसे कर्मचारियों की संख्या हजारों में बताई जा रही है। डाक अधीक्षक केएल सैनी ने बताया कि महानिदेशालय दिल्ली के आदेश पर कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है।
भर्ती प्रक्रिया में धांधली के कारण बर्खास्त किया गया। दिल्ली डाक महानिदेशालय की ओर से देशभर के हजारों कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है। जिसमें झुंझुनूं जिले के 16 कर्मचारी शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार महानिदेशालय ने राजस्थान, हरियाणा, गुजरात सहित पांच राज्यों के डाक सहायकों को बर्खास्त किया है।