नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेता जिम्मी शेरगिल फिल्म ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ में अपने निभाये किरदार को सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण मानते हैं।
अपने लीक से हटकर किरदारों की वजह से जिम्मी ने इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। फिल्म ‘हासिल’ और ‘मौहब्बतें’ की लवर ब्वॉय इमेज हो, या फिल्म ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ और ‘यहां’ जैसे संजीदा रोल या फिर ‘साहेब बीवी और गैंगस्टर’, ‘बुलेट राजा’ और ‘तनु वेड्स मनु रिटरन्स’ जैसी फिल्मों में बेबाक अंदाज, जिम्मी ने हर रोल को बखूबी निभाया है। अपने अभिनय से हर किरदार में जान फूंकने वाले जिम्मी को भी कुछ किरदारों ने डराया था।
जिम्मी ने कहा कि सबसे चैलेंजिंग रोल कौन सा था इसका जवाब देना बहुत मुश्किल है। ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ एक ऐसी फिल्म थी जिसमें मुझे लगा था कि मैं एक लास्ट स्टेज के कैंसर के मरीज का रोल कैसे करुंगा, कैसे अपने आप को एक्सप्रेस कर पाऊंगा, डायरेक्टर राजू हिरानी के साथ काफी वर्कशॉप्स किए, डॉक्टर्स के साथ काफी सिटिंग्स की, तब जाकर उस किरदार को मैं निभा पाया।
जिम्मी ने कहा कि साहेब बीवी और गैंगस्टर में साहेब का किरदार व्हील चेयर पर था, मैं बहुत परेशान था कि कहीं मेरा रोल बहुत बोरिंग ना हो जाए क्योंकि आप
व्हील चेयर पर हो तो आप पहले ही बंध जाते हो, मुझे आज भी याद है कि निर्देशक तिगमांशू धूलिया के चेहरे पर एक स्माइल आई थी कि हो जाएगा, मैंने बहुत मेहनत की और वो रोल दर्शकों को बहुत पसंद आया, एक अच्छा रोल करने से पहले नर्वस होता हूं लेकिन ये अच्छी बात है तभी आपका बेस्ट बाहर आता है।