नई दिल्ली। रिलायंस जियो इन्फोकॉम ने वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर पर आरोप लगाया है कि वह उसे पर्याप्त पॉइंट्स ऑफ इंटरकनेक्शन (POI) नहीं दे रही हैं और इस तरह नियमों का उल्लंघन कर रही हैं। जियो ने कहा है कि इसके कारण कॉल फेल होने के मामले सामने आ रहे हैं। उसने अपनी इन बड़ी प्रतिद्वंद्वियों को अंजाम भुगतने की चेतावनी भी दी है।
दूरसंचार नियामक ट्राई द्वारा सेवा गुणवत्ता मुद्दों के समाधान के लिए दूरसंचार कंपनियों को 7 अक्टूबर को जारी निर्देशों का जिक्र करते हुए मुकेश अंबानी ने वोडाफोन और आइडिया को अलग से पत्र लिखा और पर्याप्त इंटरकनेक्शन पोर्ट जारी करने को कहा है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने 17 अक्टूबर 2016 को मोबाइल कंपनियों को मामले को सुलझाने को कहा था ताकि ग्राहकों को खराब सेवा नहीं मिले।
जियो ने बताया कि वोडाफोन के नेटवर्क पर कॉल फेल होने की औसत दर 63 पर्सेंट और आइडिया सेल्युलर के नेटवर्क पर 44 पर्सेंट है। जियो ने लेटर में यह भी लिखा है कि “कई लाइसेंस्ड सर्विस एरिया में पीक आवर्स में रिलायंस जियो इंफोकॉम के मामले में कॉल करने की कोशिशों का प्रतिशत और POI कंजेशन अब भी ज्यादा है।”
बता दें कि जियो ने यह लेटर ट्राई और टेलीकॉम सेक्रटरी को भी भेजे हैं। जियो ने कहा है कि उसने अपने 5 करोड़ सब्सक्राइबर्स को सपोर्ट देने के लिए सितंबर 2016 तक POI मुहैया कराने की मांग की थी, लेकिन मौजूदा सर्विस ऑपरेटरों ने इस डेडलाइन तक कोई कदम नहीं उठाया। उसने दोनों टेलीकॉम कंपनियों से कहा है कि उसकी जरूरत के मुताबिक POI तुरंत रिलीज किया जाए।
आपको बता दे कि देश की टेलीकॉम कंपनियों की तरफ से अतिरिक्त पॉइंट्स ऑफ इंटरकनेक्शन मिलने के बाद कॉल्स फेल होने की दर में अब काफी गिरावट आई है। जहां जियो और एयरटेल के बीच डेली कॉल्स फेल्योर 23 सितंबर को 73 फीसदी पर थाए जो अब घटकर 56 फीसदी पर आ गया है। वही दूसरी तरफ देश की तीसरे नंबर की सबसे बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर आइडिया सेलुलर के साथ यह आंकड़ा पहले के 75 फीसदी से घटकर अब 62 फीसदी पर आ गया है। हालांकि देश की दूसरी दिग्गज टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन की स्थिति में ज्यादा कुछ सुधार देखने को नही मिला है। और जानकारी के मुताबिक वोडाफोन इंडिया के कॉल फेल्योर का स्तर जो पहले 83.5 फीसदी पर था वह अब घटकर 75 फीसदी ही रह गया है।