पटना। पूर्व मुख्यमंत्री व हम के वरिष्ठ नेता जीतन राम मांझी के भाजपा में गए कुछ हीं दिन हुए हैं और उन्होंने भाजपा को अभी से आंखें दिखानी शुरू कर दी।
आगामी विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर मांझी की हम खुले तौर पर भाजपा पर दवाब बनाने का प्रयास करने लगी है।
मांझी ने सांसद पप्पू यादव के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगर आगामी विधानसभा चुनाव में उन्हें पर्याप्त और सम्मानजनक सीट नहीं मिलती है तो वे दूसरी राह चुनने को तैयार हैं।
पप्पू यादव ने एनडीए में सशर्त शामिल होने की बात कही है, जिसमें जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री के रुप में प्रोजेक्ट किया जाये। मांझी ने कहा कि हरेक व्यक्ति सम्मान के लड़ता है। अगर आगामी विस चुनाव में उन्हें सम्मानजनक सीट नहीं मिलेगी तो वे दूसरी राह चुनने को तैयार है।
संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मांझी ने नीतीश कुमार और लालू प्रसाद पर प्रहार करते हुए कहा कि दोनों ने मिलकर लगभग 25 वर्षों तक शासन किया है। लेकिन गरीबों और कमजोर वर्ग के लोगों के लिए कुछ भी नहीं किया गया।
काम सिर्फ नाम के लिए होता है। नीतियां तो बनती है परंतु उसका लाभ किसी को भी नहीं मिल पा रहा है। मेरी सरकार ने जब गरीबों के लिए काम करना शुरू किया तो ऐसी परिस्थिती बनाई गई कि मुझे इस्तीफा देना पड़ा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पप्पू यादव और हमारा विचार मिलता है। हरेक परिस्थिति में यादव ने हमारा समर्थन किया और मैनें उनका क्योंकि हमारे विचार एक समान हैं। ऐसी स्थिति में उनके साथ हम मिलकर चुनाव लड़ेगें या विलय होगी इसका निर्णय 20 जुलाई के बाद होगा।
मांझी के इन बयानों के बाद भाजपा भी असहज नजर आने लगी है। विधान परिषद में जीत से उत्साहित भाजपा इन बयानों से संभलते नजर आ रही है। इस मामले को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पाण्डेय ने कहा कि अभी चुनाव को लेकर सीटों के बंटवारे पर कोई बातचीत नहीं हो रही है। अगर बातचीत होगी तो आपस में मिलकर सभी मामलों का निपटारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एनडीए के सभी नेता समझदार हैं। कोई परेषानी नहीं है।
उधर सांसद पप्पू यादव ने कहा कि एनडीए अगर नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बना सकता है तो जीतन राम मांझी को भी अगले विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट करे।