नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने पूर्व कानून मंत्री जितेन्द्र सिंह तोमर के फर्जी डिग्री मामले में सलाखों के पीछे जाते ही मुंह मोड लिया है।
गिरफ्तारी से पहले जो पार्टी नेता तोमर की डिग्री को लेकर उठाये जा रहे सवालों को सिरे से खारिज करते हुए इसे भाजपा और कांग्रेस की साजिश करार दिया करते थे उन्होंने अब इस मुद्दे पर चर्चा तक से परहेज होने लगा है।
आप नेताओं ने पटेल नगर स्थित पार्टी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया। इसमें संजय सिंह, आशुतोष, दिलीप पांडे के अलावा 49 दिन की केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे सौरभ भारद्वाज भी मौजूद थे।
पत्रकार वार्ता को पहले आप की दिल्ली इकाई के संयोजक दिलीप पांडे ने संबोधित करते हुए मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने प्रधानमंत्री को महिला सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं होने का आरोप लगाते हुए महिला सुरक्षा को लेकर बने निर्भया फंड पर सवाल उठाया।
इसके बाद वरिष्ठ आप नेता संजय सिंह ने मोर्चा संभाला और उन्होंने भी मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार महिला सुरक्षा की फाइल दबाकर बैठी है। स्कूल के लिए जमीन नहीं दी जा रही है।
हैरानी इस बात पर हुई कभी तोमर की डिग्री को पार्टी के आंतरिक लोकपाल की जांच की कसौटी पर खरी पाये जाने का दावा करने वाले ये तमाम नेताओं ने आज एक शब्द भी नहीं बोला।
इतना ही नहीं ऐसे सवालों को भी अनसुना कर आगे बढ गये। पुरानी कहावत याद आ रही है कि सच्चे मित्र की पहचान मुश्किल वक्त में ही होती है। आप नेताओं ने अब सिद्ध कर दिया है कि उनका साथ केवल मौका परस्ती थी।