नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेन्द्र सिंह तोमर का माइग्रेशन प्रमाण पत्र (विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र) भी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में नकली पाया गया।
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलसचिव अखिलेश चन्द्र ने बताया कि जांच में पाया गया कि तोमर को अप्रैल 1993 में 156 सीरियल नंबर से कोई विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र जारी नहीं किया गया।
उन्होंने बताया कि जांच के मुताबिक, 26 मार्च से पांच मई 1993 के बीच सीरियल नंबर सात हजार से 7100 नंबर के विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र जारी हुए थे जबकि तोमर का विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र दो अप्रैल 1993 को 156 सीरियल नंबर से जारी हुआ है जो पूर्णत: गलत है।
तोमर के फर्जी प्रमाण पत्र की जांच के सिलसिले में दिल्ली पुलिस बुधवार को उनको बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ले कर आई थी और बुधवार देर शाम उन्हें दिल्ली वापस ले गयी।
तोमर ने दिल्ली जाते समय रेलवे स्टेशन पर केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि ‘आप’ की लोकप्रियता से घबरा कर उन्हें फंसाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि केन्द्र के कई मंत्रियों के प्रमाण पत्र भी संदिग्ध हैं लेकिन केन्द्र सरकार उनकी जांच नहीं करा रही है ।